चिड़ावा: स्टेशन रोड स्थित ऐतिहासिक दुर्गा मंदिर की स्थिति चिंताजनक होती जा रही है। लगभग 100 साल पुराना यह मंदिर अब जर्जर हालत में है। छत से लगातार चूना झड़ रहा है और दीवारों पर दरारें साफ दिखाई दे रही हैं। मंदिर पुनर्निर्माण विवाद, चिड़ावा दुर्गा मंदिर संकट और मंदिर दुकानों का विवाद अब स्थानीय लोगों की चिंता का बड़ा कारण बन गया है।
दुर्गा मंदिर की जर्जर हालत
मंदिर परिसर की छत से लगातार चूना गिर रहा है और कई हिस्सों में गहरी दरारें पड़ चुकी हैं। श्री मेढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार संघ के अध्यक्ष राजेश भामा ने बताया कि मंदिर का पुनर्निर्माण बेहद जरूरी हो चुका है, वरना किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है।
दुकानों के कारण रुका पुनर्निर्माण
मंदिर के बाहर बनी दुकानें सबसे बड़ी बाधा बन रही हैं। मंदिर निर्माण के समय बनाई गईं इन दुकानों को बाद में किराए पर दे दिया गया। आज जब कमेटी पुनर्निर्माण करना चाहती है तो दुकानदार दुकानें खाली करने को तैयार नहीं हैं।
प्रशासन और न्यायालय में मामला
मंदिर कमेटी ने नगरपालिका को जर्जर भवन गिराने का अनुरोध किया और प्रशासन को स्थिति से अवगत करवाया। कमेटी के पास मंदिर की जमीन का पट्टा भी मौजूद है। फिलहाल मामला न्यायालय में विचाराधीन है।
पुजारी और दुकानदारों के बयान
मंदिर के पुजारी ने चेतावनी दी है कि यदि कोई दुर्घटना होती है तो उसकी जिम्मेदारी दुकानदारों पर भी होगी। वहीं दुकानदारों का कहना है कि वे न्यायालय के निर्णय का इंतजार करेंगे और किसी भी दबाव में दुकानें खाली नहीं करेंगे।