नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच और पूर्व सांसद गौतम गंभीर को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद राजधानी दिल्ली में हड़कंप मच गया है। गंभीर को यह धमकी ईमेल के माध्यम से भेजी गई, जिसमें केवल तीन शब्द लिखे थे—“I Kill You”। घटना की जानकारी गंभीर ने तुरंत दिल्ली पुलिस को दी, जिसके बाद इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुट गई हैं।

धमकी का स्रोत: ‘ISIS कश्मीर’ का दावा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि यह धमकी आतंकी संगठन ‘ISIS कश्मीर’ की ओर से दी गई है। दिल्ली पुलिस के सायबर सेल को इस मामले की जांच सौंप दी गई है। तकनीकी विश्लेषण और ईमेल ट्रेसिंग के जरिए आरोपी की पहचान की कोशिश की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि धमकी देने वाला व्यक्ति कहां से और किस उद्देश्य से यह मेल भेज रहा है। हालांकि, गंभीरता को देखते हुए जांच बेहद संवेदनशील ढंग से की जा रही है।
गौतम गंभीर ने की परिवार की सुरक्षा बढ़ाने की मांग
गंभीर ने बुधवार को दिल्ली पुलिस से संपर्क कर औपचारिक शिकायत दर्ज कराई और परिवार की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। उनके कार्यालय की ओर से भी पुष्टि की गई है कि यह धमकी ISIS कश्मीर की ओर से भेजी गई थी।

22 अप्रैल को मिले थे दो धमकी भरे मेल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 22 अप्रैल को गंभीर को दो बार धमकी भरे ईमेल मिले—एक दोपहर और दूसरा शाम के वक्त। दोनों मेल में एक जैसी ही बात लिखी गई थी: “I Kill You”। इससे पहले भी गंभीर को नवंबर 2021 में इसी तरह की धमकी मिली थी, जब वे लोकसभा सांसद थे।
पहलगाम आतंकी हमले की निंदा के बाद मिली धमकी?
ऐसा माना जा रहा है कि गंभीर को यह धमकी हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी आलोचना करने के बाद मिली है। उन्होंने मंगलवार को X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा था:
Praying for the families of the deceased. Those responsible for this will pay. India will strike. #Pahalgam
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) April 22, 2025
“मारे गए लोगों के परिवारों के लिए प्रार्थना कर रहा हूं। जो इसके ज़िम्मेदार हैं, उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। भारत जवाब देगा।”
बता दें कि इस भीषण आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी, जब बैसरन घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों पर गोलियां चलाई थीं। इसे 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे घातक हमला माना जा रहा है।