नवलगढ़: गोठड़ा थाना क्षेत्र में शुक्रवार सुबह हुई खूनी गैंगवार ने पूरे इलाके को दहला दिया। हिस्ट्रीशीटर कृष्णकांत उर्फ रविकांत उर्फ गोलू स्वामी और सुनील सुंडा की गोली लगने से मौत हो गई, जबकि ग्रामीणों ने भाग रहे दो बदमाशों को पकड़कर पीट दिया। गैंगस्टर रविंद्र कटेवा फिलहाल फरार है। पुलिस इस सनसनीखेज घटना के हर एंगल की जांच कर रही है।
नवलगढ़ के गोठड़ा थाना क्षेत्र के खिरोड़ गांव में शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे गैंगवार उस समय भड़क गई, जब रविंद्र कटेवा अपने कैमरी की ढाणी स्थित मकान पर मौजूद था। उसी दौरान एक स्विफ्ट कार आकर रुकी, जिसमें रानोली थाने का हिस्ट्रीशीटर कृष्णकांत उर्फ रविकांत उर्फ गोलू स्वामी अपने तीन साथियों के साथ पहुंचा। कार से उतरते ही गोलू स्वामी ने रविंद्र कटेवा पर गोलियां बरसा दीं, लेकिन कटेवा नीचे झुक गया और जान बच गई।
गोलियों की आवाज सुनते ही सुनील सुंडा ने तेजी से आगे बढ़कर कृष्णकांत की कार का स्टेयरिंग पकड़ लिया और उसे भागने से रोकने की कोशिश की। तभी कृष्णकांत और उसके साथियों ने सुंडा पर फायरिंग कर दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल होकर गिर पड़ा। बाद में सीकर में इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई।
ग्रामीणों के अनुसार, हमलावर मुख्य सड़क की बजाय गलती से कच्चे रास्ते में मुड़ गए। रास्ता खत्म होने पर सभी कार छोड़कर पैदल ही भागने लगे। करीब तीन किलोमीटर दूर तुर्काणी जोहड़ी के पास रविंद्र कटेवा और उसके साथियों ने कृष्णकांत को घेर लिया, जहां दोबारा फायरिंग हुई। उसी स्थान पर गोलू स्वामी का शव मिला।
घटना के बाद अफरा-तफरी में भाग रहे दो बदमाश—पिंटू और राजेंद्र हटवास—को स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया। भीड़ ने दोनों की जमकर पिटाई की, जिससे वे घायल हो गए। उन्हें सीकर लेकर जाया गया है और पुलिस ने उन्हें राउंडअप कर लिया है।

वारदात की सूचना पर एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय, एएसपी देवेंद्र सिंह राजावत और गोठड़ा थाना प्रभारी धर्मेंद्र मीणा तुरंत मौके पर पहुंचे। पुलिस ने कृष्णकांत के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी। रविंद्र कटेवा फिलहाल फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
फिलहाल यह साफ नहीं हो पाया है कि रविंद्र कटेवा और कृष्णकांत के बीच पुरानी रंजिश थी या फिर कृष्णकांत किसी सुपारी के तहत कटेवा को मारने पहुंचा था। पुलिस सभी पहलुओं, मोबाइल लोकेशन और हथियारों की फोरेंसिक जांच कर रही है। ग्रामीणों के बयान भी लिए जा रहे हैं।




