गुरुग्राम, हरियाणा: दिल्ली से सटे गुरुग्राम के सरस्वती एनक्लेव के जी ब्लॉक में एक दिल दहलाने वाला हादसा हुआ है। बीती रात एक मकान में भीषण आग लगने से चार लोगों की जलकर मौत हो गई। ये चारों युवक बिहार के रहने वाले थे और एक गारमेंट कंपनी में टेलर के रूप में कार्यरत थे। ये सभी एक मकान में किराये पर रहते थे और घटना के वक्त मकान में सो रहे थे।
आग ने लिया विकराल रूप, बचाने में नाकाम रहे पड़ोसी
हादसा रात करीब 2 बजे हुआ, जब अचानक मकान से आग की विकराल लपटें उठने लगीं और चीख-पुकार सुनाई देने लगी। स्थानीय लोगों ने जब आग देखी, तो उन्होंने पानी फेंककर आग बुझाने की कोशिश की। हालांकि, आग इतनी भयंकर थी कि कोई भी अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका। घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। जब फायर ब्रिगेड के कर्मी अंदर पहुंचे, तो चार लोगों की जली हुई लाशें बरामद हुईं, जो बेहद दर्दनाक दृश्य था।
मृतकों की पहचान और प्रारंभिक जांच
पुलिस ने मृतकों की पहचान नूर आलम, मुस्ताक, अमन, और साहिल के रूप में की है। इनकी पहचान मृतकों के कंपनी के साथियों और अन्य संपर्कों के माध्यम से की गई। पुलिस ने मृतकों के घरवालों को इस हादसे की सूचना दी। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है, लेकिन अभी तक आग लगने का सटीक कारण स्पष्ट नहीं है। फायर ब्रिगेड इस मामले की पूरी जांच कर रही है ताकि वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके।
एक मृतक का परिवार था बिहार में
पड़ोसियों के अनुसार, मृतकों में से एक व्यक्ति का परिवार भी इसी मकान में रहता था, लेकिन दो दिन पहले ही त्योहार के कारण उसकी पत्नी और बच्चे बिहार चले गए थे। यह संयोग ही था कि उस वक्त घर में परिवार के अन्य सदस्य मौजूद नहीं थे, अन्यथा हताहतों की संख्या बढ़ सकती थी।
पुलिस ने शुरू की जांच, केस दर्ज
गुरुग्राम पुलिस ने इस हादसे के संबंध में केस दर्ज कर लिया है और घटना के विभिन्न पहलुओं की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जब आग लगी, तो आसपास के लोग चारों युवकों को बचाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन आग की भीषण लपटों और धुएं के कारण वे अंदर नहीं जा सके। इस हादसे ने इलाके के लोगों को गहरे सदमे में डाल दिया है, और यह घटना सुरक्षा उपायों की पुनः समीक्षा की जरूरत को दर्शाती है।