गुढागौड़जी: थाना क्षेत्र में पीड़ित युवक के अपहरण, मारपीट और निर्वस्त्र कर वीडियो बनाने की घटना के मुख्य आरोपी रामगोपाल और उसके सहयोगी रणजीत को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र सिंह राजावत के निर्देशन व वृताधिकारी नवलगढ़ राजवीर सिंह के सुपरविजन में गठित विशेष टीमों ने यह कार्रवाई की।
प्रकरण की शुरुआत उस समय हुई जब एक युवक ने थाने में रिपोर्ट दी कि वह शाम को बिजली का सामान लेने उदयपुरवाटी जा रहा था। रास्ते में धोलाखेड़ा के ठेके के पास कुछ लोगों ने उसकी बाइक रुकवाई और मारपीट करते हुए जबरन उसे कैम्पर वाहन में डालकर रामपुरा के एक होटल ले गए, जहां उसके साथ फिर से मारपीट की गई। इसके बाद युवक को नदी किनारे ले जाकर निर्वस्त्र कर बेल्ट व डंडों से पीटा गया और इसका वीडियो भी बनाया गया। बाद में आरोपी उसे अचेत अवस्था में गांव के स्टैंड पर फेंक कर भाग गए। पीड़ित ने होश में आने के बाद घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी और थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। उसने यह भी बताया कि मारपीट के दौरान उसकी जेब से 5,000 रुपये भी निकाल लिए गए।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए गुढागौड़जी थाने और जिला स्पेशल टीम के अधिकारियों की अलग-अलग टीमें गठित कर जांच शुरू की। इन टीमों ने तकनीकी सहायता और आसूचना के आधार पर मुख्य आरोपी रामगोपाल पुत्र खेमचंद्र उर्फ बूटीराम निवासी धोलाखेड़ा और उसके साथी रणजीत पुत्र शीशराम निवासी पुरोहित का बास, थाना दांतारामगढ़, जिला सीकर को पोसाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया। पूछताछ के बाद दोनों को केस में औपचारिक रूप से गिरफ़्तार किया गया है।
टीम का नेतृत्व पुलिस निरीक्षक राममनोहर ने किया। जांच में उपनिरीक्षक भींवाराम, मुंशी किशन सिंह, कॉन्स्टेबल रामनिवास, सूचना अधिकारी सुनील कुमार ने सक्रिय भागीदारी निभाई। इसके अतिरिक्त एजीटीएफ टीम के प्रभारी विक्रम सिंह और अन्य सदस्यों सुरेन्द्र कुमार, अंकित ओला और विक्रम सिंह ने भी कार्यवाही में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों का पूर्व में कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं रहा है। फिलहाल पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और अन्य संभावित आरोपियों की तलाश जारी है।