खेतड़ीनगर थाना क्षेत्र के जसरापुर गांव के सीआरपीएफ जवान दीपक सिंह का निधन हो गया। शुक्रवार को उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले युवाओं ने खेतड़ीनगर थाने से लेकर जवान के घर तक तिरंगा रैली निकाली।
दीपक सिंह के आठ माह के बेटे ने जब अपने पिता की पार्थिव देह पर पुष्प अर्पित किए तो माहौल गमगीन हो गया। उपस्थित सभी लोगों की यह दृश्य देखकर आंखें नम हो गई।
दीपक सिंह का परिचय और घटना का विवरण
सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट बालकिशन ने बताया कि दीपक सिंह निर्वाण (34) पुत्र भरत सिंह, सीआरपीएफ की रेपीड एक्शन फोर्स में 103वीं बटालियन में कार्यरत थे। वर्तमान में वह दिल्ली के वजीराबाद में तैनात थे और सीलमपुर कश्मीरी गेट इलाके में कांवड़ यात्रा की ड्यूटी कर रहे थे। बुधवार शाम को अचानक सीने में दर्द होने पर उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां गुरुवार को हृदय गति रुकने से उनका निधन हो गया।
सेवा और परिवार
दीपक सिंह ने वर्ष 2013 में सीआरपीएफ में कांस्टेबल के रूप में सेवा शुरू की थी। उनके एक आठ माह का बेटा और एक बेटी जीया (7 वर्ष) हैं। दीपक सिंह चार बहन-भाइयों में सबसे छोटे थे। उनका बड़ा भाई लक्ष्मण सिंह भारतीय सेना में पठानकोट में कार्यरत हैं। दीपक सिंह के निधन की खबर से परिवार में शोक की लहर दौड़ गई।
बहादुर थे दीपक सिंह
शुक्रवार को जब दीपक सिंह की पार्थिव देह गांव पहुंची तो युवाओं की ओर से तिरंगा रैली निकाली गई। सहायक कमांडेंट बालकिशन ने बताया कि एएसआई दीपक सिंह बहुत ही होनहार और बहादुर जवान थे, जो उच्च अधिकारियों की ओर से दिए गए टास्क को लगन और मेहनत के साथ पूरा करते थे। सीआरपीएफ की ओर से उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी गई।
उपस्थित लोग
इस मौके पर जवान को श्रद्धांजलि देने प्रधान मनीषा गुर्जर, सुरेंद्र सिंह, पूनम धर्मपाल, झंडुराम, मनोज कुमार, मोहनसिंह, रतिराम, इंस्पेक्टर भूरी सिंह, चुनीलाल, प्रवीण गुर्जर, प्रकाश चनेजा, सरपंच संदीप सिंह, शंकर बीलवा सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
समाचार झुंझुनू 24 देश के लाल की इस असमय मृत्यु पर श्रद्धांजलि अर्पित करता है।