Thursday, November 21, 2024
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खाटूश्यामजी लक्खी मेला 2024 शुरू: 30 फीट की दूरी से भी बाबा के दर्शन कर सकेंगे इस बार

  • बंगाली कलाकारों द्वारा की गई है सजावट,
  • जिगजैग लाइन हटीं, अब सीधी लाइन में जा सकेंगे श्रद्धालु,
  • इंडिया गेट की झाँकी रहेगी विशेष आकर्षण का केंद्र,
  • फाल्गुन शुक्ल पक्ष से बदला आरती का समय।

खाटूश्यामजी (सीकर) राजस्थान: जन जन की आस्था के केन्द्र तीन बाण धारी,हारे के सहारे बाबा खाटूश्याम जी का विश्व प्रसिद्ध वार्षिक लक्खी मेला 11 मार्च से शुरू हो चुका है। यह मेला हर वर्ष फाल्गुन शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि से द्वादशी तिथि तक चलता है जो पूरे दस दिनों का होता है।
यह मंदिर राजस्थान के सीकर जिले के खाटू गाँव में स्थित है जहाँ इस शुभ अवसर पर लाखों श्रद्धालु दर्शन लाभ के लिए आते हैं।

श्री श्याम मंदिर कमेटी अध्यक्ष प्रताप महाराज ने बताया कि खाटू श्याम मेले में अबकी बार लगभग 80 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। इसलिए, प्रशासनिक तौर पर लक्खी मेले की सुरक्षा और प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सभी आवश्यक सुरक्षा व्यवस्थाएँ बनाई गई हैं ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के श्याम बाबा के दर्शन कर सकें।

लक्खी मेले में आने वाले यात्रियों को कोई भी परेशानी न हो इसके लिए प्रशासन ने विभिन्न उपायों को अपनाया है। सभी यात्री सुरक्षित और सुखद अनुभव कर सकें, इसके लिए उपयुक्त सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं।

मेले के महत्वपूर्ण आयोजनों के लिए प्रशासन, पुलिस और श्री श्याम मंदिर कमेटी द्वारा मेले की संपूर्ण तैयारियां की गई हैं।इस बार मेले में साफ-सफाई की उचित व्यवस्था की गई है और अधिकारियों ने सुनिश्चित किया है कि प्रदर्शनी क्षेत्रों को भी व्यवस्थित रूप से संचालित किया जाए। मेले की व्यवस्थाओं को लेकर जिला कलेक्टर कमर उल जमान चौधरी और पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव बराबर नज़र बनाए हुए हैं।

इंडिया गेट की झाँकी के होंगे दीदार

श्री श्याम मंदिर कमेटी के मैनेजर संतोष शर्मा ने मेले में इस बार होने वाले खास आयोजनों की जानकारी देते हुए बताया कि इस बार का फाल्गुनी लक्खी मेला भक्तों को अद्वितीय अनुभव देने वाला है जहाँ उन्हें खाटू नरेश के दिव्य दर्शन तो होंगे ही,इसके साथ ही भक्तों को खाटू नरेश के दरबार में दिल्ली के इंडिया गेट की झांकी का दीदार भी होगा। इतना ही नहीं, मंदिर परिसर में भगवान गणेश, ऊं, राधा-कृष्ण, मां सरस्वती, माता वैष्णों, फूल बंगले के भी दर्शन होंगे।
उन्होंने आगे बताया कि श्री श्याम मंदिर कमेटी ने इस सजावट को लेकर बंगाल से करीब 125 कारीगरों को बुलाया है। इस टीम ने पांच मार्च से दिन-रात काम में जुटकर मंदिर की सजावट को पूरा किया है।

इस बार नही होंगी Zigzag lines

मंदिर प्रशासन ने बताया कि इस बार खाटू श्याम लक्खी मेले में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं के लिए जिग जैग लाइन zigzag lines को हटाकर 14 सीधी लाइन की व्यवस्था की गई है ताकि श्रद्धालु बाबा का सम्मुख दर्शन आसानी से कर सकें।
मंदिर कमेटी सूत्रों ने बताया कि मेले की व्यवस्था इस तरह से की गई है कि श्रद्धालु 30 फीट की दूरी से भी बाबा के दर्शन कर पाएंगे और एक घंटे में 3 से 4 लाख श्रद्धालु श्याम बाबा के दर्शन कर पाएंगे।

फाल्गुन शुक्ल पक्ष से बदला आरती का समय

फाल्गुन कृष्ण पक्ष से फाल्गुन शुक्ल पक्ष लगने के फलस्वरुप बाबा श्याम की संध्या आरती के समय में दिनांक 12 मार्च 2024 से परिवर्तन होने जा रहा है

आरती का नया समय इस प्रकार रहेगा —

प्रातः श्रृंगार आरती – सुबह 07:45
संध्या आरती – शाम 7:00

जिला प्रशासन द्वारा प्रवेश द्वार पर कैमरा लगाने के निर्देश

सीकर जिला के कलेक्टर कमर उल जमान चौधरी व पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव ने खाटू श्याम मेले की व्यवस्थाओं को निगरानी में लेते हुए मंदिर के प्रवेश द्वार पर कैमरा लगाने के निर्देश दिए हैं। इसका मुख्य उद्देश्य मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को बढ़ाना है। इस कदम से सुरक्षा के प्रति लोगों का विश्वास भी मजबूत होगा और आत्मविश्वास के साथ मेले में भाग लेने की स्थिति में भी सुधार होगा।

कैमरा लगाने के निर्देश देने से प्रवेश द्वार पर होने वाली गतिविधियों को निगरानी में रखा जा सकेगा और किसी भी अनुचित व्यवहार की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सकेगी। इससे लोगों की सुरक्षा और सुविधा का स्तर बढ़ेगा और मेले में विश्वास और आत्मविश्वास का माहौल बना रहेगा।

खाटू श्याम लक्खी मेला 2024 के लिए विशेष व्यवस्थाएँ:-

  1. पार्किंग की व्यवस्था: खाटू श्याम लक्खी मेला के लिए विशेष पार्किंग क्षेत्रों की व्यवस्था की गई है, ताकि आगंतुकों को अपने वाहनों को सुरक्षित रखने में कोई समस्या न हो।
  2. स्थानीय परिवहन की सुविधा: मेले तक पहुँचने के लिए स्थानीय परिवहन की सुविधा उपलब्ध है, जो आगंतुकों को आसानी से मंदिर पहुंचने में मदद करती है।
  3. स्वच्छता की व्यवस्था: मेले क्षेत्र में स्वच्छता की पूर्ण व्यवस्था की गई है ताकि आगंतुकों को साफ और स्वच्छ वातावरण मिल सके।
  4. स्नान की सुविधा: लक्खी मेले में आगंतुकों के लिए स्नान की सुविधा भी उपलब्ध है, ताकि वे पवित्र झील में स्नान करके मनोरंजन का आनंद ले सकें।
  5. खाने की सुविधा: मेले क्षेत्र में आगंतुकों के लिए अनेक भोजनालय और अन्य खाने की सुविधाएं हैं, जहां वे स्वादिष्ट भोजन का आनंद ले सकते हैं।
  6. आवास की सुविधा: लक्खी मेले के आगंतुकों के लिए आवास की सुविधा भी उपलब्ध है, जैसे कि होटल, धर्मशाला, और अन्य आवासीय स्थल।
  7. मंदिर की संरक्षा: मेले क्षेत्र में मंदिर की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा गया है, ताकि आगंतुकों को शांति और सुरक्षा का आनंद मिले।
  8. सामाजिक समागम: लक्खी मेला एक सामाजिक समागम का महत्वपूर्ण स्थल है, जहां लोग अपने परिवार के साथ समय बिताते हैं और धार्मिक आदर्शों को साझा करते हैं।
  9. सांस्कृतिक कार्यक्रम: मेले के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमें भजन-कीर्तन, कथा वाचन, कवि सम्मेलन और कला प्रदर्शन शामिल होता है।
  10. पर्यटन के स्थल: खाटू श्याम मेला के पास कई पर्यटन स्थल हैं, जैसे कि कच्छेरी तालाब, जहां आगंतुक अपने समय का आनंद ले सकते हैं और प्राकृतिक सौंदर्य को निहार सकते हैं।
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