कोटा में पकड़े गए इंडियन कोस्ट गार्ड एनरोल्ड पर्सनल टेस्ट (CGEPT) में नकल करवाने वाले गिरोह के सरगना और अन्य फरार सदस्यों की तलाश में कोटा पुलिस आज चिड़ावा पहुंची। पुलिस ने कस्बे के खेतड़ी रोड़ स्थित बिग बाजार में 1 कोचिंग सेंटर को भी सील किया है।
अभी हाल ही में कोस्ट गार्ड परीक्षा में शामिल परीक्षार्थियों के कम्प्यूटर सिस्टम को हैक करके रिमोट एक्सेस एप के माध्यम से पेपर सॉल्व करवाने वाली गैंग के 6 सदस्यों को कोटा पुलिस ने दबोचा था, जिसके बाद पूरा मामला सामने आया। पकड़े गए आरोपियों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए कोटा पुलिस ने नकल गिरोह चला रहे सरगना के चिड़ावा स्थित कोचिंग संस्थान को मंगलवार देर शाम सील कर दिया है।
6 लोगों को रंगे हाथों पकड़ा
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मुखबिर से मिली पुख्ता सूचना पर कार्रवाई करते हुए कोटा पुलिस ने कोस्ट गार्ड परीक्षा के पेपर को सॉल्व कर रहे 6 लोगों को रंगे हाथों पकड़ा था। आरोपियों के पास से मोबाइल और क्रेटा कार को जब्त किया गया था।
पुलिस ने पहले अशोक जाट (38) निवासी बांगड़वा थाना हमीरवास तहसील राजगढ़ (चूरू) और संदीप बुडालिया (29) बरालू, थाना लोहारू, भिवानी (हरियाणा) थे। इनके अलावा प्रतीक गजराज (24) निवासी पालोता, थाना सिंघाना, झुंझुनूं, रणवीर सिंह (32) निवासी काटधनोरी, झुंझुनूं, अशोक (29) निवासी गोपाल की ढाणी, थाना पचेरी, झुंझुनूं और राहुल जाखड़ (21) धमोरा थाना गुढ़ागौड़जी, झुंझुनूं को शांति भंग में पकड़ा था। लेकिन बाद में उनके मोबाइल चेक करने पर इंडियन कोस्ट गार्ड के CGEPT-02/2024 के एडमिट कार्ड और प्रश्न-पत्र मिले थे। पूछताछ के दौरान इनका पेपर लीक में शामिल होना सामने आया था। इस पर 29 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया गया था। पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी अभ्यर्थियों से पेपर सॉल्व करने की एवज में 10 से 15 लाख रुपए लेते थे।
कंप्यूटर लैब को किराए पर लेते थे
जांच में सामने आया है कि CGEPT का पेपर 20 व 21 अप्रैल को था। पुलिस द्वारा पकड़े गए सभी युवक 19 अप्रैल को ही कोटा पहुंच गए थे और इस काम के लिए कंप्यूटर लैब को किराए पर लिया था।
कोटा के विज्ञान नगर थाने में इस मामले में राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा भर्ती में अनुचित साधनो की रोकथाम के अद्योपाय अधिनियम 2022, 66, 66 डी आईटी एक्ट, व धारा 419,420,120 बी भादस में मामला दर्ज किया गया है।
रिमोट एक्सेस ऐप से कंप्यूटर सिस्टम को हैक कर लेते थे
पुलिस एसआईटी के साइबर सिक्योरिटी एनालिस्ट के साथ राजधानी टावर आईटी पार्क स्थित राजीव गांधी कंप्यूटर साक्षरता मिशन के निजी सेंटर में लैब को खुलवा कर कंप्यूटरों की जांच की गई। पता चला है कि आरोपी इन कंप्यूटर सिस्टम के जरिए रिमोट एक्सेस ऐप REALVNC VIEWER और ANYDESK से परीक्षा केंद्रों पर मौजूद अभ्यर्थियों के कंप्यूटर सिस्टम को हैक कर लेते थे, जिसके बाद पेपर सॉल्व किया जाता था।
चिड़ावा मे कोचिंग को सील किया
पकड़े गए नकल गिरोह के सदस्यों से पूछताछ में ही यह भी सामने आया कि गिरोह का सरगना धींधवा निवासी अमित चिड़ावा में ही एक कोचिंग सेंटर चलाता है। पेपर लीक और नकल के लिए अभ्यर्थियों से अमित 15 लाख रुपए लेता था जिसमें से आधी रकम वह कंप्यूटर हैक कर गिरोह के पेपर सॉल्व करने वाले एक्सपर्ट सदस्यों को देता था, और शेष खुद के पास रख लेता था। पुलिस कार्रवाई के दौरान सरगना अमित और गिरोह के कुछ अन्य सदस्य मौके से फरार हो गए थे। कोटा पुलिस एसआईटी उन्हीं की तलाश में चिड़ावा पहुंची थी, जिसके बाद कोचिंग को सील करने की कार्रवाई की गई। कोचिंग संचालक अमित व उसके अन्य साथी फिलहाल फरार हैं।