नई दिल्ली: 2025 में एक बार फिर कोरोना वायरस ने वैश्विक स्वास्थ्य तंत्र की नींव को हिलाकर रख दिया है। जहां भारत ने अभी तक इस लहर से खुद को अपेक्षाकृत सुरक्षित रखा है, वहीं अमेरिका, ब्राजील, रूस और यूरोप जैसे बड़े और विकसित देश इस महामारी की नई लहर की चपेट में हैं। वायरस के नए वेरिएंट्स और स्वास्थ्य सेवाओं पर अत्यधिक बोझ ने स्थिति को बेहद चिंताजनक बना दिया है।
अमेरिका: मौतों का सबसे बड़ा आंकड़ा, सक्रिय मामले 12 लाख के पार
वर्तमान रिपोर्टों के अनुसार, अमेरिका में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या 1,20,000 के पार पहुंच चुकी है। यहां 1,200,000 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं, जो किसी भी देश की तुलना में सबसे ज्यादा हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि बार-बार उत्पन्न हो रहे नए वेरिएंट्स के कारण टीकाकरण और पूर्व संक्रमणों से बनी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर पड़ रही है। अस्पतालों पर बढ़ता दबाव, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की मांग में अचानक वृद्धि और मानसिक तनाव से जूझते डॉक्टरों की संख्या में भी इजाफा हुआ है।

“यह वायरस कभी न खत्म होने वाला दुश्मन बन गया है। हमें हर दिन एक नई चुनौती मिलती है।” – डॉ. जोसेफ मेसन, न्यूयॉर्क सिटी मेडिकल सेंटर
ब्राजील: स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल, 1 लाख मौतों के करीब
ब्राजील में कोरोना की मार बदस्तूर जारी है। अब तक लगभग 100,000 मौतें दर्ज की गई हैं, जबकि सक्रिय मामलों की संख्या 800,000 के करीब पहुंच चुकी है। यहां स्वास्थ्य सेवाओं में असमानता, प्रशासनिक अनिश्चितता और भीड़भाड़ वाले जीवन शैली संक्रमण को बढ़ावा दे रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि यदि सामाजिक दूरी और मास्क का कड़ाई से पालन नहीं हुआ, तो अगले कुछ हफ्तों में मौतों का आंकड़ा और भी भयावह हो सकता है।
रूस: ग्रामीण क्षेत्रों में विकराल संकट, 50 हजार से ज्यादा मौतें
रूस में अब तक 50,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और सक्रिय मामलों की संख्या 450,000 के पास है। ग्रामीण इलाकों में चिकित्सा सुविधाओं की कमी, टीकाकरण की धीमी गति और कम सामाजिक जागरूकता ने संक्रमण की रफ्तार को नियंत्रित करना मुश्किल बना दिया है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ मीडिया और सरकारी जागरूकता अभियानों के विस्तार की मांग कर रहे हैं ताकि टीकाकरण दर को बेहतर किया जा सके और लोगों को शुरुआती लक्षणों की पहचान की जानकारी दी जा सके।

यूरोप: ब्रिटेन, स्पेन और इटली में दोबारा बिगड़े हालात
यूरोप के कई देशों में कोरोना की नई लहर ने पुराने जख्मों को फिर से हरा कर दिया है।
- ब्रिटेन में अब तक 40,000 से अधिक मौतें हो चुकी हैं और सक्रिय मामलों की संख्या 350,000 तक पहुंच चुकी है।
- स्पेन में लगभग 35,000 मौतें और 300,000 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं।
- इटली में 30,000 मौतें और 280,000 सक्रिय मामले दर्ज हैं।
इन देशों में स्कूलों और विश्वविद्यालयों को दोबारा ऑनलाइन मोड में लाया गया है, जबकि कई स्थानों पर नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन जैसी पाबंदियां भी लागू की जा रही हैं।
“हमें लगता था यह महामारी खत्म हो गई है, पर यह फिर लौट आई और अब पहले से ज्यादा तैयार रहने की जरूरत है।” – एना लोपेज़, बार्सिलोना निवासी
भारत की स्थिति फिलहाल नियंत्रित, लेकिन खतरा बरकरार
हालांकि भारत में अभी तक कोरोना के नए वेरिएंट्स का व्यापक प्रभाव नहीं देखा गया है, लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को सतर्क रहने और RT-PCR टेस्टिंग, जीनोम सीक्वेंसिंग और ट्रैकिंग पर जोर देने को कहा है।
डॉ. वी.के. पॉल (नीति आयोग सदस्य) के अनुसार, “हम अभी सुरक्षित जरूर हैं, लेकिन यह वायरस सरप्राइज देने में माहिर है। इससे निपटने के लिए हमें सतत निगरानी रखनी होगी।”