चिड़ावा: राष्ट्रीय व्हीलचेयर हॉकी चैम्पियनशिप में साहपुरा में राजस्थान ने अपनी पहली ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इस शानदार उपलब्धि के उपलक्ष्य में किठाना में परमहंस दिव्यांग सेवा समिति द्वारा खिलाड़ियों का भव्य स्वागत किया गया।
खिलाड़ियों का सम्मान कर निकाला विजय जुलूस
इस आयोजन में विमल योगी, अरुण कुमार, जितेंद्र धनखड और अनिल राव को ट्रैक सूट देकर सम्मानित किया गया। इन खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत और समर्पण ने राजस्थान को व्हीलचेयर हॉकी चैम्पियनशिप में पदक दिलाया, और इस जीत ने उन्हें सम्मानित किया। इसके बाद एक भव्य विजय जुलूस निकाला गया, जिसमें गांव के लोग और खेल प्रेमी शामिल हुए।
उत्सव में शामिल हुए प्रमुख गणमान्य लोग
इस विजय उत्सव में पैरा बोलीबोल राजस्थान के अध्यक्ष सुभेंदर कोठारी, सुरजभान योगी, रणधीर योगी, योगी टाइल्स, डॉ. महावीर प्रसाद, और किठाना संस्थान के अध्यक्ष होशियार सिंह भोमपुरा, सचिव अशोक बसेरा सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे। इनके साथ ही रग्बी, एथलेटिक्स, और पैरा बोलीबोल के खिलाड़ी भी उत्सव का हिस्सा बने।
जीत से समाज में जागरूकता और प्रेरणा बढ़ी
यह जीत सिर्फ खिलाड़ियों के लिए नहीं, बल्कि समूचे दिव्यांग समुदाय के लिए एक प्रेरणा है। व्हीलचेयर हॉकी में इस शानदार प्रदर्शन ने यह सिद्ध कर दिया कि किसी भी चुनौती का सामना किया जा सकता है, अगर मन में हिम्मत हो। इस उत्सव ने न केवल खिलाड़ियों की सफलता का जश्न मनाया, बल्कि समाज में दिव्यांग व्यक्तियों के लिए जागरूकता और समर्थन का संदेश भी दिया।
सपने और संघर्ष की कहानी
इस खेल में सफल होने के लिए इन खिलाड़ियों ने जबरदस्त मेहनत और संघर्ष किया। व्हीलचेयर पर हॉकी खेलना आसान नहीं था, लेकिन इन खिलाड़ियों ने उसे भी चुनौती के रूप में लिया। उनकी कड़ी मेहनत और संघर्ष की यह कहानी हर किसी के लिए प्रेरणा देने वाली है, और यह दिखाता है कि अगर इच्छाशक्ति मजबूत हो, तो कोई भी बाधा नहीं हो सकती।