कानपुर, उत्तर प्रदेश: कानपुर के काकादेव थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसे में एक घर में अचानक भीषण आग लग गई, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई। यह घटना पांडू नगर इलाके में आधी रात के करीब हुई, जिसमें परिवार के तीन सदस्य हादसे का शिकार बने। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत से आग पर काबू पाया।
घटना का विवरण
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पांडू नगर में संजय श्यामदासानी (48) अपनी पत्नी कनिका श्यामदासानी (45) और हाऊस मेड छवि चौहान के साथ रहते थे। दिवाली पूजन के बाद परिवार ने मंदिर में दीपक जलाया और सभी गहरी नींद में सो गए थे। रात लगभग ढाई बजे घर में अचानक आग लग गई, जो लकड़ी के फर्नीचर और अन्य घरेलू सामान में फैलती चली गई।
दम घुटने से दंपती की हुई मौत, हाऊस मेड भी झुलसी
हादसे में संजय और कनिका श्यामदासानी की दम घुटने से मौत हो गई। वहीं, घर में काम करने वाली छवि चौहान बुरी तरह झुलस गई। पुलिस ने तुरंत उसे इलाज के लिए रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन डॉक्टरों की पूरी कोशिशों के बावजूद छवि की भी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई।
फायर ब्रिगेड की कड़ी मशक्कत से आग पर काबू पाया गया
मुख्य फायर अधिकारी (सीएफओ) दीपक शर्मा ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। फायर ब्रिगेड कर्मियों ने कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर नियंत्रण पाया। गंभीर स्थिति में तीनों को अस्पताल भेजा गया था, जहां संजय और कनिका को मृत घोषित कर दिया गया, और इलाज के दौरान छवि चौहान ने भी दम तोड़ दिया।
पुलिस की जांच और आवश्यक कार्रवाई जारी
डीसीपी दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि यह घटना संभवतः मंदिर में जलाए गए दीपक से लगी आग के कारण हुई है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि संजय श्यामदासानी और उनकी पत्नी गहरी नींद में थे, और इसी कारण वे समय पर बाहर नहीं निकल पाए। डीसीपी ने कहा कि मामले में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है और जांच की जा रही है कि आग के अन्य कोई कारण तो नहीं थे।