चिड़ावा: शहर में भीषण सर्दी के बीच लोक सेवा ज्ञान मंदिर ट्रस्ट ने एक बार फिर नर सेवा ही नारायण सेवा के संकल्प को जमीन पर उतारते हुए जरूरतमंद परिवारों के लिए राहत का कार्य किया। कंबल वितरण अभियान के तहत लोहार बस्ती में आयोजित इस सेवा प्रकल्प ने न सिर्फ ठंड से बचाव दिया, बल्कि सामाजिक संवेदनशीलता और जनसेवा का सशक्त संदेश भी दिया। यह कार्यक्रम क्षेत्र में सामाजिक सेवा, ठंड में गरीबों की मदद और मानव सेवा अभियान के रूप में चर्चा का विषय बना रहा।
लोहार बस्ती में आयोजित हुआ सेवा प्रकल्प
लोक सेवा ज्ञान मंदिर ट्रस्ट द्वारा कंबल वितरण का यह चौथा चरण चिड़ावा नगरपालिका के पीछे स्थित लोहार बस्ती के शिव मंदिर प्रांगण में आयोजित किया गया। कार्यक्रम स्थल का चयन अनिल दाधीच द्वारा बताई गई जरूरतमंद बस्ती के आधार पर किया गया, जहां असहाय और निर्धन परिवारों को सर्दी से बचाव के लिए गर्म कंबल प्रदान किए गए। आयोजन के दौरान सेवा भाव और अनुशासन का विशेष ध्यान रखा गया।
राधेश्याम शर्मा के नेतृत्व में हुआ आयोजन
इस सेवा कार्यक्रम का संचालन ट्रस्ट के जिला प्रभारी राधेश्याम शर्मा सुखाड़िया के नेतृत्व में किया गया। आयोजन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ताओं और शिक्षाविदों की सक्रिय भागीदारी रही, जिससे कार्यक्रम को सामाजिक समर्थन और व्यापक प्रभाव मिला।
गणमान्य अतिथि रहे मौजूद
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गोमाराम उपस्थित रहे, जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में क्षेत्रीय कुटुंब प्रबोधन संयोजक होने के साथ बीकानेर शिक्षा विभाग में निदेशक के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। उनके साथ जिला सह-संघचालक संदीप जोशी, शिक्षाविद देवीदत्त शर्मा, संतोष अरड़ावतिया, श्याम सुंदर शर्मा, रामजी लाल सैनी और श्याम सुंदर वर्मा भी मंचासीन रहे। सभी अतिथियों ने सेवा कार्य की सराहना करते हुए इसे समाज के लिए प्रेरणादायी बताया।
अतिथियों का सम्मान और ट्रस्ट गीत किया प्रस्तुत
कार्यक्रम की शुरुआत में राधेश्याम शर्मा सुखाड़िया ने सभी अतिथियों का ट्रस्ट का दुपट्टा ओढ़ाकर स्वागत किया। इसके बाद तहसील प्रभारी रजनीकांत मिश्रा ने ट्रस्ट का गीत प्रस्तुत कर उसके भावार्थ को सरल शब्दों में समझाया, जिससे सेवा भाव और उद्देश्य को नई ऊर्जा मिली।
दीन-दुखियों की सेवा से ईश्वर प्रसन्न होते हैं: गोमाराम
मुख्य अतिथि गोमाराम ने अपने संबोधन में कहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक सहायता पहुंचाना ही सच्ची साधना है। उन्होंने कहा कि दीन-दुखियों की निस्वार्थ सेवा से ही मानवीय मूल्यों की रक्षा होती है और यही कार्य ईश्वर को प्रसन्न करने वाला होता है।

समाज के सामर्थ्यवान लोग आगे आएं: देवीदत्त शर्मा
शिक्षाविद देवीदत्त शर्मा ने अपने विचार रखते हुए समाज के सक्षम वर्ग से अपील की कि वे अपनी ईमानदार कमाई का एक हिस्सा नियमित रूप से सेवा कार्यों में लगाएं। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे सहयोग से भी बड़े सामाजिक बदलाव संभव हैं।
सेवा का कोई विकल्प नहीं: अनिल दाधीच
कार्यक्रम के दौरान अनिल दाधीच ने ट्रस्ट से जुड़े सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा, संस्कार और सेवा—तीनों का संगम ही समाज को सही दिशा दे सकता है और सेवा का कोई विकल्प नहीं होता।
31 दिसंबर को दुग्ध महोत्सव का आयोजन
ट्रस्ट सदस्य संतोष अरड़ावतिया ने आगामी गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि लोक सेवा ज्ञान मंदिर ट्रस्ट पिछले पांच वर्षों से 31 दिसंबर को दुग्ध महोत्सव का आयोजन कर रहा है। उन्होंने युवाओं को नशे से दूर रहने और दूध को जीवन का हिस्सा बनाने का संदेश देते हुए सभी नागरिकों को इस आयोजन में शामिल होने का निमंत्रण दिया।
कतारबद्ध तरीके से जरूरतमंदों को ओढ़ाए गए कंबल
कार्यक्रम के समापन पर अतिथियों और ट्रस्ट के सदस्यों ने व्यवस्थित रूप से एक-एक कर सभी जरूरतमंदों को कंबल ओढ़ाए। इस मानवीय पहल से प्रभावित होकर लोहार बस्ती के लोगों ने ट्रस्ट का आभार जताया और भविष्य में भी ऐसे सेवा कार्यों की अपेक्षा व्यक्त की।





