हिमाचल प्रदेश, 25 जुलाई 2024: बॉलीवुड की प्रसिद्ध अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश के मंडी से भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सांसद कंगना रनौत की संसद सदस्यता खतरे में पड़ गई है। हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट में कंगना की चुनावी जीत को चुनौती देने वाली एक याचिका दायर की गई है। इस याचिका पर कार्रवाई करते हुए हाई कोर्ट ने कंगना के खिलाफ नोटिस जारी किया है और उन्हें 21 अगस्त तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।
याचिकाकर्ता की मांग
याचिकाकर्ता लायक राम नेगी, जो कि वन विभाग के पूर्व कर्मचारी हैं, ने कंगना की जीत को चुनौती देते हुए अदालत से उनकी सांसद सदस्यता को रद्द करने की मांग की है। नेगी का दावा है कि वे भी चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन उनके नामांकन पत्र को मंडी के चुनाव अधिकारी द्वारा गलत तरीके से खारिज कर दिया गया था। नेगी का तर्क है कि यदि उनका नामांकन पत्र स्वीकार कर लिया गया होता, तो वे चुनाव जीत सकते थे।
याचिका की प्रमुख मांगें
- कंगना रनौत की लोकसभा चुनाव जीत को रद्द करना।
- मंडी लोकसभा सीट पर पुनः चुनाव कराना।
हाई कोर्ट का आदेश
हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट की जस्टिस ज्योत्सना रेवाल ने इस याचिका पर संज्ञान लेते हुए कंगना रनौत को नोटिस जारी किया है। अदालत ने कंगना को 21 अगस्त तक अपना जवाब प्रस्तुत करने के लिए कहा है।
कंगना रनौत की जीत का विवरण
गौरतलब है कि कंगना रनौत ने मंडी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते हुए 74,755 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह को हराया था। तीसरे स्थान पर बहुजन समाजवादी पार्टी के डॉ. प्रकाश चंद्र भारद्वाज रहे थे, जिन्हें 4,393 वोट मिले थे।
समर्थन और विरोध
कंगना रनौत की जीत और संसद में उनकी सदस्यता को लेकर विवाद जारी है। एक ओर जहां उनके समर्थक उन्हें एक मजबूत और निडर नेता के रूप में देख रहे हैं, वहीं दूसरी ओर विरोधियों का मानना है कि उनकी जीत में अनियमितता रही है।
आगे की राह
इस मामले में आगे की सुनवाई और कंगना रनौत के जवाब पर अदालत का निर्णय क्या होगा, यह देखना दिलचस्प होगा। अगर अदालत ने याचिकाकर्ता के पक्ष में निर्णय लिया, तो यह हिमाचल प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।