झुंझुनू, 15 जुलाई 2024: ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन ने आज सोमवार को “मांग दिवस” मनाया। इस अवसर पर संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भेजकर अपनी नौ सूत्रीय मांगें रखीं।
ज्ञापन में प्रमुख मांगें
- आवश्यक वस्तुओं के पूरे व्यापार को सरकारी नियंत्रण में लाकर एमएसपी को कानूनी दर्जा दिया जाए।
- ग्रामीण श्रमिकों को पूरे साल काम और उचित मजदूरी सुनिश्चित की जाए।
- 2023 के बिजली बिलों को रद्द या माफ कर किसानों को राहत दी जाए।
- किसानों और खेत मजदूरों को कर्ज से मुक्ति दिलाई जाए।
- किसानों को खाद, बीज जैसी कृषि सामग्री सस्ती दरों पर उपलब्ध करवाई जाए।
- शेखावाटी के किसानों को सिंचाई के लिए नहर का पानी तुरंत मुहैया कराया जाए।
- किसानों को आवारा पशुओं से बचाया जाए।
- पिलानी तहसील के 5 हजार से अधिक किसानों की रुकी हुई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का भुगतान तुरंत किया जाए।
ज्ञापन सौंपा
संगठन के जिला सचिव राजेंद्र सिहाग, इंद्र सिंह, होशियार सिंह, महोदन जांगिड़, प्रताप आलडिया, नंदलाल सैनी, अधिवक्ता धर्मपाल सिंह, सत्यवीर, शंकर दहिया सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने सभी उपखंड मुख्यालयों पर पहुंचकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
मुख्य मुद्दे
किसानों और खेत मजदूरों की समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए ज्ञापन में कहा गया है कि भारत में प्रतिदिन 120 से अधिक किसान कर्ज के बोझ तले आत्महत्या कर रहे हैं। गांवों में खेत मजदूरों के लिए काम नहीं है, जिसके कारण उन्हें रोजगार की तलाश में पलायन करना पड़ता है।
आगे की रणनीति
संगठन ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं करती है तो वे बड़े आंदोलन की शुरुआत करेंगे।
यह मांग दिवस किसानों और खेत मजदूरों के हक़ में उठाई गई एक महत्वपूर्ण आवाज है। देखना होगा कि सरकार इन मांगों पर कितनी जल्दी और किस तरह से कार्रवाई करती है।