पिलानी: ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन (AIKKMS) की झुंझुनू जिला कमेटी की बैठक आज पिलानी में आयोजित की गई। राजेंद्र सिहाग की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में प्रदेश सचिव काॅमरेड शंकर दहिया भी शामिल हुए। बैठक में निर्णय लिया गया कि झुंझुनू जिले में संगठन से जुड़े तमाम किसान-मजदूर 15 जुलाई को ब्लॉक स्तर पर धरने प्रदर्शन में शामिल होंगे।
कॉमरेड शंकर दहिया ने जानकारी दी कि संगठन के राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा 15 जुलाई को अखिल भारतीय स्तर पर मांग दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। राजस्थान में भी सभी जिला मुख्यालयों और ब्लॉक स्तर पर धरने-प्रदर्शन किए जाएंगे जिनमें शामिल होने वाले कार्यकर्त्ताओं द्वारा प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन भी दिया जाएगा।
बैठक में प्रदेश सचिव काॅमरेड शंकर दहिया ने बताया कि ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन द्वारा आवश्यक वस्तुओं के संपूर्ण व्यापार को सरकार द्वारा अपने हाथ में लेने और एमएसपी को कानूनी रूप देने, बिजली बिल 2023 को रद्द करने की मांग की गई है। किसानों और खेत मजदूरों को ऋण मुक्त करने के अलााव 10 हजार रुपये महीना पेंशन देने की मांग भी संगठन की प्रमुख मांगों में शामिल है।। कॉमरेड दहिया ने बताया कि स्वामीनाथन आयोग के फार्मूले के अनुसार लागत से डेढ़ गुना दामों पर फसल खरीद की गारंटी का कानून बनाने से मोदी सरकार मुकर गई है। केन्द्र सरकार बिजली बिल 2023 के तहत बिजली को प्राइवेट कंपनियों को देने पर उतारू है, स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, बेरोजगारी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। ऐसे हालात में किसान, खेत मजदूरों सहित मेहनतकश जनता का जीना दूभर हो गया है। इसीलिए संगठन किसान खेत मजदूरों की ज्वलंत मांगों को लेकर 15 जुलाई को पूरे प्रदेश में ब्लॉक स्तर पर धरना प्रदर्शन करेगा तथा प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन देगा।
पिलानी में सम्पन्न हुई संगठन की बैठक में इंदर सिंह, महादेव जांगिड़, होशियार सिंह, नंदलाल सैनी, सुरेश कुमार व अन्य सदस्य उपस्थित रहे।