झुंझुनू। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने एसआई भर्ती परीक्षा 2021 पेपर लीक मामले में एक और महिला थानेदार को गिरफ्तार किया है। आरोपी थानेदार का परीक्षा में 34वां स्थान आया था, लेकिन बाद में जांच में नकल के प्रमाण मिले।
ब्लूटूथ डिवाइस से हुई थी नकल
एसओजी की जांच में सामने आया कि महिला थानेदार मोनिका ने परीक्षा में ब्लूटूथ डिवाइस का इस्तेमाल कर नकल की थी। नकल गिरोह के सरगना पौरव कालेर ने ब्लूटूथ के जरिए पेपर पढ़वाया था। इसके लिए मोनिका ने पौरव को 15 लाख रुपए दिए थे।
परीक्षा का आयोजन अजमेर में हुआ था, जहां मोनिका ने 15 सितंबर 2021 को दोनों पारियों में परीक्षा दी। इस दौरान उसने हिंदी विषय में 200 में से 184 अंक और सामान्य ज्ञान विषय में 200 में से 161 अंक प्राप्त किए। हालांकि, इंटरव्यू में उसे केवल 15 अंक मिले, फिर भी लिखित परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन के कारण उसका चयन हो गया।
अब तक 52 गिरफ्तारियां
एसआई भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में अब तक 52 थानेदारों को गिरफ्तार किया जा चुका है। एसओजी लगातार मामले की जांच कर रही है और नकल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है।
नकल गिरोह के खिलाफ कार्रवाई जारी
जांच एजेंसी ने इस मामले में जुड़े अन्य संदिग्धों की जानकारी भी जुटाई है। एसओजी की टीम गिरोह के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। पेपर लीक मामले में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।
महिला सब इंस्पेक्टर (प्रोबेशनर) मोनिका को झुंझुनूं पुलिस लाइन से गिरफ्तार किया है। आरोपी महिला थानेदार के खिलाफ साक्ष्य जुटाने के बाद उसे अदालत में पेश किया जाएगा। इस पूरे घटनाक्रम ने राजस्थान पुलिस भर्ती परीक्षाओं की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।