होली की शुरुआत के साथ बाजारों में दिखी रौनक, गोल्डन गुझिया बनी आकर्षण का केंद्र
उत्तर प्रदेश: होली का पर्व रंग, उमंग और उल्लास का प्रतीक माना जाता है। इस महापर्व पर रंग लगाने के साथ-साथ मिठाइयों का भी विशेष महत्व होता है। होली से पहले बाजारों में खरीदारी की धूम मची हुई है और मिठाई की दुकानों पर भीड़ देखी जा रही है। इस बार होली पर गोल्डन गुझिया (Golden Gujiya) का क्रेज छाया हुआ है, जिसकी कीमत 50 हजार रुपये प्रति किलोग्राम तक है। इसे देखने और खरीदने के लिए लोग परिवार सहित मिठाई की दुकानों पर पहुंच रहे हैं।

गोल्डन गुझिया की खासियत, कीमत और लोगों की दीवानगी
गुझिया का स्वाद हर घर में खास होता है, लेकिन इस बार बाजार में शुगर-फ्री, मेवा मिक्स और खासतौर पर गोल्डन गुझिया ने सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरी हैं। 24 कैरेट स्वर्ण भस्म से मिलाकर तैयार की गई इस गुझिया में कश्मीरी केसर, इरानी पिस्ता और अन्य विदेशी मेवों का इस्तेमाल किया गया है, जिससे इसकी कीमत 50 हजार रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है। खास बात यह है कि एक पीस गोल्डन गुझिया की कीमत 1300 रुपये है, जिसे देखने और खरीदने के लिए मिठाई की दुकानों पर लोगों की भीड़ उमड़ रही है।
गोल्डन गुझिया बनी होली की शान
सिंचाई विभाग के सामने स्थित एक मिठाई की दुकान के प्रबंधक शिवकांत चतुर्वेदी ने बताया कि गोल्डन गुझिया इस बार सबसे अधिक मांग में है। उनके मुताबिक, यह गुझिया उनके प्रतिष्ठान की विशेषता है और शहर में कहीं और उपलब्ध नहीं है। उन्होंने बताया कि गोल्डन गुझिया के अलावा चिलगोजा गुझिया भी काफी लोकप्रिय हो रही है, जिसकी कीमत 4 हजार रुपये प्रति किलोग्राम है।

पौष्टिकता के कारण भी बढ़ी गुझिया की मांग
गुझिया न केवल स्वाद में लाजवाब होती है, बल्कि इसमें भरपूर पोषक तत्व भी होते हैं। चिलगोजा गुझिया में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन के साथ कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम जैसे खनिज तत्व होते हैं, जिससे यह सेहत के लिए भी फायदेमंद मानी जा रही है। इसके अलावा देशी घी से निर्मित खोआ, अंजीर, सूजी, बूंदी, बेक्ड, मावा-चाशनी और मावा-बूंदी गुझिया भी बाजार में खूब पसंद की जा रही हैं।