उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में एक बार फिर साइबर धमकियों ने प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया है। बीते कुछ दिनों में प्रदेश के 10 से 15 जिलों के जिलाधिकारियों (डीएम) को उनके आधिकारिक ई-मेल पर बम धमाकों की धमकी दी गई है। इन धमकियों के साथ-साथ अयोध्या स्थित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को भी एक धमकी भरा ई-मेल भेजा गया है, जिसमें कहा गया है, “सुरक्षा बढ़ा लो, नहीं तो राम मंदिर को बम से उड़ा दिया जाएगा।“
राम मंदिर ट्रस्ट को मिली धमकी, साइबर थाने में दर्ज हुई FIR
सोमवार की रात राम जन्मभूमि ट्रस्ट को आए ई-मेल ने सनसनी फैला दी। ट्रस्ट के ईमेल में संक्षेप में लिखा था – “बढ़ा लो मंदिर की सुरक्षा।” यह संदेश बेहद संक्षिप्त लेकिन गंभीर था। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए तुरंत अयोध्या के साइबर थाना में FIR दर्ज करवाई गई। साइबर सेल इस मामले की जांच में जुट गई है।

इसके बाद अयोध्या में व्यापक सर्च ऑपरेशन चलाया गया और सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
10-15 जिलों में जिलाधिकारियों को धमकी, कलेक्ट्रेट उड़ाने की धमकी दी गई
धमकी भरे ईमेल्स सिर्फ अयोध्या तक सीमित नहीं रहे। बाराबंकी, फिरोजाबाद, चंदौली, अलीगढ़ सहित 10-15 जिलों के डीएम कार्यालयों को भी ऐसे ही धमकी भरे मेल मिले हैं। मेल में सीधे शब्दों में कहा गया है कि कलेक्ट्रेट कार्यालयों को बम से उड़ा दिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार इन मेल्स का सोर्स तमिलनाडु बताया जा रहा है, हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। साइबर टीमों ने IP ट्रेसिंग शुरू कर दी है।
बाराबंकी में धमकी निकली फर्जी, बम स्क्वॉड ने की जांच
बाराबंकी के जिलाधिकारी कार्यालय को भी बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। लेकिन पुलिस और बम स्क्वॉड की गहन छानबीन में कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली, जिससे यह धमकी फर्जी साबित हुई। इसके बावजूद सुरक्षा को लेकर प्रशासन सतर्क बना हुआ है

Advertisement’s
अलीगढ़ में भी हाई अलर्ट, कलेक्ट्रेट परिसर खाली कराया गया
अलीगढ़ जिलाधिकारी को भी धमकी भरा मेल मिला, जिसमें कलेक्ट्रेट को बम से उड़ाने की बात कही गई। जैसे ही यह सूचना मिली, जिला प्रशासन व पुलिस तत्काल हरकत में आ गए। पूरे कलेक्ट्रेट परिसर को खाली करवा लिया गया और सभी गेट बंद कर दिए गए।
डॉग स्क्वॉड, बम स्क्वॉड व चार विशेष टीमें जांच में जुटी हैं। सभी विभागों को अस्थाई रूप से बंद किया गया है।
क्षेत्राधिकारी अभय कुमार पांडे ने बताया कि –
“अभी तक किसी तरह की मांग सामने नहीं आई है। मेल की जांच की जा रही है, जो तथ्य सामने आएंगे, उसी के अनुसार विधिक कार्रवाई की जाएगी।”