उत्तराखंड, 5 जून 2024: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित सहस्त्रताल ट्रैक पर 4 जून को मौसम खराब होने के बाद 22 सदस्यों का एक ट्रेकिंग दल फंस गया था। खराब मौसम और हिमस्खलन के कारण दल रास्ता भटक गया और 9 ट्रेकर्स की मौत हो गई। 11 ट्रेकर्स को रेस्क्यू कर लिया गया है, जबकि 4 अभी भी लापता हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन
मौसम खराब होने के बाद, ट्रेकिंग दल ने 4 जून को ही मदद के लिए एसओएस भेजा था। 5 जून को सुबह होते ही, भारतीय वायु सेना, एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस की टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 11 ट्रेकर्स को सुरक्षित निकाल लिया गया। इनमें से 8 को देहरादून के कोरोनेशन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जबकि 3 बेस हॉस्पिटल में सुरक्षित हैं।
मृतक ट्रेकर्स
हादसे में मारे गए 9 ट्रेकर्स में से 5 के शव बरामद किए जा चुके हैं। इन शवों को नाटनी, तहसील भटवाड़ी, उत्तरकाशी लाया गया है। मृतकों की पहचान आशा सुधाकर (71 वर्ष), सिन्धु (45 वर्ष), सुजाता (51 वर्ष), विनायक (54 वर्ष) और चित्रा परिणीथ (48 वर्ष) के रूप में हुई है।
लड़ाई जारी
4 अन्य ट्रेकर्स – नवीन ए (40 वर्ष), ऋतिका (37 वर्ष), विवेक श्रीधर (37 वर्ष) और श्रीरामल्लु सुधाकर (64 वर्ष) अभी भी लापता हैं। इनकी तलाश के लिए 6 जून को सुबह मौसम खुलने के बाद फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया जाएगा।
ट्रेकिंग दल
29 मई को 22 सदस्यों का यह ट्रेकिंग दल हिमालयन व्यू ट्रैकिंग एजेंसी मनेरी से रवाना हुआ था। 7 जून को वापस लौटने वाला यह दल 4 जून को अंतिम शिविर से सहस्त्रताल पहुंचने के बाद अचानक खराब मौसम के कारण रास्ते से भटक गया था।