अल्मोड़ा, उत्तराखंड: अल्मोड़ा से हल्द्वानी जा रही एक रोडवेज बस मंगलवार को आमडाली के पास 1500 फीट गहरी खाई में गिर गई। पुलिस के अनुसार, दुर्घटना के समय बस में 25 से 30 यात्री सवार थे, जिनमें से कई घायल हो गए हैं। घटना की सूचना मिलते ही राहत और बचाव कार्य तेज़ी से शुरू कर दिया गया है।
अल्मोड़ा से हल्द्वानी आ रही रोडवेज बस आमडाली के पास 1500 फिर गहरी खाई में गिर गई है। पुलिस के अनुसार बस में 25 से 30 यात्री सवार थे।#busaccident #bhimtalbusaccident pic.twitter.com/rg4fiuGsn2
— Neha Bohra (@neha_suyal) December 25, 2024
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जताया दुख
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, “भीमताल के निकट बस के दुर्घटनाग्रस्त होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। मैं स्थानीय प्रशासन को त्वरित राहत और बचाव कार्य के लिए निर्देशित कर चुका हूं। बाबा केदार से सभी यात्रियों के सकुशल होने की कामना करता हूं।”
भीमताल के निकट बस के दुर्घटनाग्रस्त होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। स्थानीय प्रशासन को त्वरित राहत एवं बचाव कार्य के लिए निर्देशित किया है।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) December 25, 2024
बाबा केदार से सभी यात्रियों के सकुशल होने की कामना करता हूं।
घायलों को अस्पताल में भर्ती कराने की तैयारी
दुर्घटना में घायल हुए यात्रियों को भीमताल अस्पताल में प्राथमिक उपचार देने के बाद डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल भेजे जाने की तैयारी की जा रही है। घायलों को उपचार के लिए हल्द्वानी से भीमताल तक 15 से अधिक एंबुलेंस रवाना कर दी गई हैं। काठगोदाम से रूट में बदलाव किया गया है, ताकि राहत कार्य में कोई रुकावट न हो।
रोडवेज बस का विवरण और चालक-परिचालक की स्थिति
यह बस हल्द्वानी डिपो की है, जो प्रतिदिन सुबह 7:30 बजे हल्द्वानी से पिथौरागढ़ के लिए निकलती है और रात में विश्राम के बाद अगले दिन सुबह 6 बजे पिथौरागढ़ से हल्द्वानी लौटती है। बस का चालक रमेश चंद्र पांडे और परिचालक गिरीश दानी गाड़ी में सवार थे। दोनों को गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।
अधिकारियों ने किया घटनास्थल का दौरा
सूचना मिलने के बाद हल्द्वानी डिपो के एआरएम संजय पांडे और अन्य अधिकारी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। वे राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं और यात्रियों की पहचान व स्थिति की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं।
घटना स्थल पर स्थिति नियंत्रण में
स्थानीय पुलिस और आपदा राहत टीमों ने घटनास्थल पर पहुंचकर घायलों को निकाला और उन्हें इलाज के लिए अस्पतालों में भेजने की प्रक्रिया तेज़ कर दी है। प्रशासन ने कहा है कि राहत कार्य में कोई भी कसर बाकी नहीं रखी जाएगी और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।