पुणे, महाराष्ट्र: रविवार 15 जून को महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित पिंपरी-चिंचवड़ क्षेत्र के कुंदामाला गांव में एक बड़ा हादसा हो गया। दोपहर लगभग 3:30 बजे इंद्रायणी नदी पर बना एक पुराना पुल अचानक ढह गया। उस समय पुल पर कई पर्यटक मौजूद थे, जिनमें से करीब 20 से 25 लोगों के नदी में बह जाने की आशंका जताई जा रही है।
घटना के तुरंत बाद इलाके में हड़कंप मच गया और स्थानीय प्रशासन व पुलिस को सूचना दी गई। तलेगांव दाभाड़े पुलिस, फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया।

हादसे में अब तक 5 मौतों की पुष्टि
प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक 5 शव बरामद किए जा चुके हैं। कई लापता लोगों की तलाश जारी है। यह हादसा रविवार को पर्यटकों की भारी भीड़ के चलते हुआ, क्योंकि लोग छुट्टी का दिन बिताने इंद्रायणी नदी के किनारे आए थे।
#WATCH | Pune, Maharashtra | A bridge collapsed on the Indrayani River, near Kundamala village, under the Pimpri-Chinchwad Police station. 10 to 15 people feared trapped. 5 to 6 people have been rescued. More details awaited: Pimpri Chinchwad Police https://t.co/CiYAnNDiyS pic.twitter.com/g0jm7QE9Xv
— ANI (@ANI) June 15, 2025
ब्रिज की हालत पहले से थी जर्जर
स्थानीय लोगों और चश्मदीदों का कहना है कि यह पुल काफी समय से जर्जर स्थिति में था। बावजूद इसके इस पर नियमित आवाजाही होती थी। कुछ पर्यटक बाइक समेत पुल पर चढ़े हुए थे, जिससे उस पर अतिरिक्त भार पड़ गया और पुल का एक हिस्सा अचानक ध्वस्त हो गया। यही ओवरलोडिंग इस दुर्घटना की मुख्य वजह मानी जा रही है।
VIDEO | Maharashtra: Portion of a bridge, over the Indrayani River in Pune, has collapsed. Rescue operations are currently underway, and further details are awaited.
— Press Trust of India (@PTI_News) June 15, 2025
(Source: Third Party)
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/8gT8zZGtZf
घटनास्थल पर फिलहाल 10 से 12 एम्बुलेंस तैनात की गई हैं। आसपास के अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। पुलिस द्वारा क्रेन और बोट्स के माध्यम से नदी में फंसे लोगों की तलाश की जा रही है। स्थानीय गोताखोरों की मदद भी ली जा रही है।
पुल की खराब स्थिति को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने पहले भी कई बार शिकायतें की थीं, लेकिन प्रशासन ने इसे नजरअंदाज कर दिया। हादसे के बाद से प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं।

महाराष्ट्र सरकार की ओर से इस हादसे पर दुख जताया गया है। मुख्यमंत्री ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और पीड़ितों के परिवारों को तत्काल राहत सहायता देने का निर्देश दिया है।