झुंझुनूं, 26 मई 2025: ग्राम पंचायत इंडाली में करोड़ों रुपये के गबन और अनियमित भुगतान मामले में झुंझुनूं जिला पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी पियूष भारद्वाज को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी पुलिस अधीक्षक (कार्यवाहक) देवेंद्र सिंह राजावत के निर्देशन, वृत्ताधिकारी (ग्रामीण) हरिसिंह धायल के पर्यवेक्षण तथा थानाधिकारी चंद्रभान के नेतृत्व में गठित विशेष जांच टीम द्वारा की गई।
गबन की जांच ऐसे हुई शुरू
दिनांक 18 फरवरी 2025 को करणीराम पुत्र मालाराम, निवासी हेजमपुरा एवं वर्तमान में विकास अधिकारी, पंचायत समिति झुंझुनूं ने एक विस्तृत रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया कि जयपुर स्थित ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग द्वारा ई-पंचायत पोर्टल से संबंधित वित्तीय लेनदेन की जांच के दौरान गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं।

जांच रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष
गठित जांच समिति द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के अनुसार, तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी पियूष भारद्वाज ने 605 संविदा कर्मचारियों और वेंडरों के नाम पर फर्जी भुगतान किए। ये भुगतान एकल ओटीपी (One Time Password) के माध्यम से विभिन्न अनधिकृत खातों में ट्रांसफर किए गए, जिनकी कुल राशि ₹90,74,608 रही।
रिपोर्ट में यह भी दर्शाया गया कि पंचायती राज अधिनियम 1994 की धारा 64(5) के अनुसार ग्राम पंचायत से होने वाले समस्त भुगतान सरपंच और सचिव के संयुक्त हस्ताक्षर से ही वैध होते हैं। अतः इस प्रक्रिया का उल्लंघन कर उक्त धनराशि स्थानांतरित की गई।
सबूतों और दस्तावेजों की पुष्टि
पुलिस द्वारा अनुसंधान के दौरान बैंक रिकॉर्ड, पंचायत दस्तावेज, तथा जांच समिति की रिपोर्ट को साक्ष्य के रूप में संलग्न किया गया। विश्लेषण के उपरांत यह पुष्टि हुई कि पियूष भारद्वाज ने अपने कार्यकाल में लगभग ₹1.25 करोड़ की राशि का गबन किया तथा उसे गलत तरीके से वितरित किया।

गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई
प्रारंभिक सबूतों के आधार पर आज, दिनांक 26 मई 2025 को पुलिस ने पियूष भारद्वाज को गिरफ्तार कर लिया। उनसे पूछताछ जारी है और आगे की जांच में सरपंच व अन्य संभावित सह-अभियुक्तों की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है।