चिड़ावा, 15 फरवरी 2025: इंग्लैंड के मैनचेस्टर से अपने दोस्त के पास राजस्थान घूमने आए माइकल को यहां का कल्चर खूब पसंद आ रहा है। वे यहां रोज सुबह शाम गौ नंदीशाल में गौसेवा भी कर रहे हैं।
पिलानी बिट्स से मैथ्स में पीएचडी कर रहे गुगौजी की ढाणी, श्योपुरा रोड़ निवासी आशीष सैनी पुत्र ओमप्रकाश सैनी ने बताया कि माइकल से उनकी दोस्ती तीन साल पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम के जरिए हुई थी।
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तब से वे एक-दूसरे को कल्चरल व बागवानी के फोटो व जानकारी का आदान-प्रदान करते थे। माइकल कई बार आशीष को भारत आने की अपनी इच्छा के बारे में बताते थे।
पिछले हफ्ते माइकल भारत पहुंचे जिसके बाद दो तीन अन्य राज्यों में अपने दोस्तों से मिलने के बाद परसों वे चिड़ावा अपने दोस्त आशीष के पास पहुंचे।
आशीष ने उन्हें अपने आसपास के क्षेत्र में भ्रमण करवाया तथा राजस्थानी संस्कृति से भी अवगत करवाया।
आशीष माइकल को अपने घर के पास स्थित नंदी गौशाला भी ले कर गए। जहां माइकल को बहुत अच्छा लगा। वे नंदी गौशाला के इंतजाम देख कर हैरान थे।
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गौरक्षक बाबू सिंह राजपुरोहित व अभीषेक पारीक ‘बिट्टू’ ने बताया कि जबसे माइकल चिड़ावा आएं हैं तब से दिन में तीन चार बार नंदी गौशाला में आते हैं। माइकल को यहां आकर बहुत अच्छा लगता है। वें गायों के साथ समय बिताते हैं और गुड़ दलिया खिला कर उनकी सेवा भी करते हैं।
गौरक्षकों ने माइकल को नंदीशाला की गाम का दूध भी पिलाया।