अमेरिका/नई दिल्ली: टेक्नोलॉजी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी Apple ने अपने वैश्विक उत्पादन ढांचे में बड़ा बदलाव करते हुए यह फैसला लिया है कि 2025 से अमेरिका में बिकने वाले सभी iPhone की असेंबली भारत में की जाएगी। यह निर्णय कंपनी की दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य चीन पर उत्पादन के लिए निर्भरता कम करना और वैश्विक सप्लाई चेन को अधिक विविध और स्थिर बनाना है।

भारत में निर्माण का बढ़ता दायरा
वर्तमान में भारत में Foxconn और Tata Electronics के संयंत्रों में iPhone का सीमित स्तर पर निर्माण किया जा रहा है। लेकिन अब Apple भारत में अपने उत्पादन नेटवर्क का तीव्रता से विस्तार कर रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले महीनों में भारत में Apple के निर्माण संयंत्रों की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि की जाएगी।
सरकार की नीतियों ने बदला माहौल
भारत सरकार की उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना (PLI Scheme) और निवेश को आकर्षित करने वाली नीतियों ने Apple को भारत की ओर आकर्षित किया है। भारत में श्रमबल की उपलब्धता, राजनीतिक स्थिरता और तकनीकी क्षेत्र में विकास की संभावनाओं को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
टिम कुक का बयान
Apple के सीईओ टिम कुक ने इस रणनीतिक बदलाव पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह निर्णय कंपनी के दीर्घकालिक दृष्टिकोण का हिस्सा है, जिससे उत्पादन प्रक्रियाएं अधिक लचीली, सुरक्षित और कुशल बन सकेंगी।

रोजगार और विकास को मिलेगा बल
विशेषज्ञों का मानना है कि Apple के इस फैसले से भारत में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हजारों रोजगार के अवसर सृजित होंगे। साथ ही यह कदम भारत की इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाने में सहायक सिद्ध होगा।