अमेरिका: अमेरिका ने शनिवार को यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के खिलाफ ताबड़तोड़ हवाई हमले शुरू कर दिए हैं। यह कदम लाल सागर में हूती विद्रोहियों द्वारा व्यावसायिक जहाजों को निशाना बनाए जाने के मद्देनजर उठाया गया है। हूती द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इन हमलों में अब तक कम से कम 24 लोग मारे गए हैं और नौ अन्य घायल हुए हैं।
अमेरिकी हमले उत्तरी प्रांत सादा तक जारी रहे
अमेरिकी हमले सना के अलावा उत्तरी प्रांत सादा तक जारी रहे, जहां हूती विद्रोहियों का प्रभाव है। हूती के राजनीतिक ब्यूरो ने इस हमले को “युद्ध अपराध” बताते हुए कहा कि अमेरिकी हमलों के खिलाफ यमनी सशस्त्र बल पूरी तरह तैयार हैं। एक बयान में कहा गया है, “हमारे बल बढ़ते तनाव का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”

ट्रंप ने दिया हमले का आदेश
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को यमन की राजधानी सना पर हवाई हमले करने का आदेश दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि हूती विद्रोहियों के हमले नहीं रुकते तो “नरक की ऐसी बारिश होगी जैसी पहले कभी नहीं देखी गई होगी।” ट्रंप ने कहा, “हम तब तक अपने हमले जारी रखेंगे जब तक हूती विद्रोही महत्वपूर्ण समुद्री गलियारे को निशाना बनाना बंद नहीं कर देते।”
हूती विद्रोही, जिन्होंने पिछले दशक में यमन के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण कर लिया था, ने नवंबर 2023 से अब तक 100 से अधिक शिपिंग हमले किए हैं, जिससे वैश्विक वाणिज्य प्रभावित हुआ है और अमेरिकी सेना को अमेरिकी वायु रक्षा प्रणालियों को बचाने के लिए महंगे अभियान पर लगना पड़ा है। हूती विद्रोहियों के इन हमलों ने अंतरराष्ट्रीय जलमार्गों पर व्यापार को बाधित किया है, जिससे दुनिया भर के वाणिज्यिक और नौसैनिक जहाजों की सुरक्षा पर खतरा बढ़ गया है।

ईरान को भी चेतावनी
राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान को भी चेतावनी दी है कि वह हूती विद्रोहियों को समर्थन देना बंद कर दे, अन्यथा इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं। अमेरिका ने यह स्पष्ट कर दिया कि कोई भी आतंकी संगठन अमेरिकी वाणिज्यिक और नौसैनिक जहाजों को दुनिया के जलमार्गों पर स्वतंत्र रूप से संचालन करने से रोकने का प्रयास नहीं कर सकता।