अबूधाबी: अबूधाबी की जेल में दो वर्षों से बच्चे की हत्या के आरोप में बंद शहजादी को फांसी की सजा सुनाई गई है। इस सजा के बाद से उसके परिवार में भारी तनाव और चिंता की लहर है। शनिवार को शहजादी को फांसी दिए जाने की संभावना को लेकर उसके माता-पिता लगातार परेशान हैं, लेकिन कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पा रही है।
शहजादी ने शुक्रवार रात 11:59 बजे अपने पिता शब्बीर को फोन किया था। उसने कहा, “पापा, हमारा समय समाप्त हो गया है। कैप्टन ने कहा है कि अब तुम्हारे पास समय नहीं है, शायद यह हमारी आखिरी बात हो।” इसके बाद से शहजादी के माता-पिता का दिल और भी अधिक घबराया हुआ है, क्योंकि उन्हें अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका कि शहजादी को फांसी दी गई है या नहीं।
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शहजादी पर लगे थे हत्या के आरोप
मटौंध कस्बे के गोयरा मुगली गांव की शहजादी दो वर्षों से अबूधाबी जेल में बंद है, जहां पर उस पर बच्चे की हत्या का आरोप था। पहले ही दो बार उसकी फांसी की सजा को टाला गया था, लेकिन अब उसकी फांसी को लेकर पूरी दुनिया में हलचल मच गई है। परिवार के सदस्य लगातार प्रशासन और अधिकारियों से जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कोई पुष्टि नहीं हो पा रही है।
परिवार की बेचैनी में हो रही वृद्धि
शहजादी के पिता शब्बीर और मां नाजरा की चिंता अब और बढ़ चुकी है। वे अपनी बेटी के बारे में कोई भी जानकारी प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। जब उन्होंने प्रशासन और पुलिस से इस बारे में संपर्क किया, तो उन्हें कोई ठोस जवाब नहीं मिला। उनकी बेचैनी अब हद से बाहर हो चुकी है और वे अपनी बेटी की स्थिति को लेकर अज्ञात भय से ग्रस्त हैं।
आरोपितों की गिरफ्तारी से मिल सकती थी राहत
शहजादी के पिता शब्बीर का आरोप है कि उन्होंने न्यायालय के आदेश पर जिन व्यक्तियों के खिलाफ मटौंध थाने में मुकदमा दर्ज कराया था, पुलिस ने अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। उनका मानना है कि यदि पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार करती, तो शायद उनकी बेटी की जिंदगी बच सकती थी। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि वह इस मामले में गंभीर कदम उठाए और शहजादी को न्याय दिलाने के लिए आगे आए।
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रिश्तेदारों और ग्रामीणों की चिंता
शहजादी के रिश्तेदारों और ग्रामीणों का घर में तांता लगा हुआ है। पूरे दिन लोग घर पहुंचकर शहजादी के बारे में बात करते रहे। हर किसी को उसकी स्थिति और भविष्य को लेकर चिंता सता रही है। गांव में निरंतर माहौल गमगीन बना हुआ है, और परिवार के सदस्यों के बीच रोना-पीटना चल रहा है।
इंसाफ सेना ने की मदद की पेशकश
बुंदेलखंड इंसाफ सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ए एस नोमानी ने रविवार को शहजादी के परिवार से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया। उन्होंने शहजादी को न्याय दिलाने में मदद करने का भरोसा दिया। उनका कहना था, “दुबई के अबूधाबी जेल में बंद भारत की बेटी शहजादी को न्याय दिलाने के लिए केंद्र सरकार और विदेश मंत्रालय को कदम उठाने चाहिए। सरकार को इस मामले की पूरी सच्चाई का पता लगाना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि शहजादी को फांसी दी जाएगी या नहीं।