झुंझुनूं: जिले में हुई अतिवृष्टि ने किसानों की मूंग, मोठ, बाजरा, ग्वार और चूला की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। किठाना-सुल्ताना बाईपास रोड तिराहे पर आयोजित किसान सभा में क्षेत्र के किसानों ने सरकार से तत्काल गिरदावरी और फसल नुकसान पर मुआवजे की मांग की। किसानों का कहना है कि यदि जल्द राहत नहीं मिली तो वे बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
अतिवृष्टि से फसलें चौपट
भारी बारिश से खेतों में खड़ी मूंग, ग्वार, चूला, बाजरा और मोठ की फसल पूरी तरह चौपट हो गई। किसानों ने बताया कि उनकी मेहनत और लागत पर पानी फिर गया है और अब वे आर्थिक संकट में फंस गए हैं।
किसानों ने जताई नाराजगी
सभा में बिजेंद्र धनखड़, सुरेश धनखड़, देशराज बलौदा, रोहतास लाम्बा, बलवीर नेहरा, रिछपाल नेहरा, धर्मपाल बामिल, रोहतास मीणा, उमराव मीणा और सरदारमल सैनी समेत आसपास के गांवों के कई किसान मौजूद रहे। किसानों ने एकजुट होकर सरकार से गुहार लगाई कि तुरंत गिरदावरी कर प्रभावित किसानों को राहत राशि दी जाए।
आंदोलन की चेतावनी
किसानों ने कहा कि यदि सरकार ने जल्द सुनवाई नहीं की तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे। उनका कहना है कि अतिवृष्टि ने उनके सामने बड़ा संकट खड़ा कर दिया है और बिना सरकारी मदद के उनका जीवन कठिन हो जाएगा।
किसानों की प्रमुख मांगें
तत्काल गिरदावरी कराई जाए। प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए। सरकार विशेष राहत पैकेज की घोषणा करे। भविष्य में फसल बीमा का दायरा बढ़ाया जाए।