कानपुर, उत्तर प्रदेश: कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में जान गंवाने वाले उत्तर प्रदेश के कानपुर निवासी शुभम द्विवेदी के परिवार से मिलने पहुंचे। राहुल गांधी ने शोक संतप्त परिवार को गले लगाया और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
इस मुलाकात के दौरान शुभम के पिता भावुक हो उठे और राहुल गांधी से कहा –
“अगर आपकी दादी इंदिरा गांधी जिंदा होतीं, तो ऐसा नहीं होता।”
परिवार की पीड़ा सुनकर राहुल गांधी ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर शुभम को शहीद का दर्जा दिलाने का आग्रह करेंगे। साथ ही, उन्होंने आतंकी हमले में मारे गए सभी नागरिकों को न्याय दिलाने की बात कही।

धर्म पूछकर आतंकियों ने चलाई गोली: ऐशन्या द्विवेदी का बयान
हमले के दौरान शुभम के साथ उनकी पत्नी ऐशन्या द्विवेदी भी मौजूद थीं। उन्होंने राहुल गांधी को बताया:
“आतंकियों ने शुभम का धर्म पूछा और गोली मार दी। मैंने उनसे कहा कि मुझे भी गोली मार दो, लेकिन उन्होंने कहा – ‘तुम सरकार को जाकर बताओ कि हमने क्या किया है।'”
इस बयान ने हमले की नृशंसता और आतंकी मानसिकता को उजागर कर दिया है।
आतंकी हमले के बाद भारत सख्त, पाकिस्तान में खलबली
इस भीषण आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई, जिससे पूरे देश में आक्रोश है। हमले के बाद भारत सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। इसके चलते पाकिस्तान में तनाव की स्थिति बन गई है।
सूत्रों के मुताबिक:
- पाकिस्तान ने भारत के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया।
- भारत ने भी जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है।
- भारत ने हाल ही में राफेल-एम फाइटर जेट्स की डील साइन की है, जिससे पाकिस्तान की चिंता और बढ़ गई है।

शुभम द्विवेदी को शहीद का दर्जा देने की मांग
परिजनों ने कहा कि:
“आतंकियों के खिलाफ छोटी-मोटी कार्रवाई से काम नहीं चलेगा, उन्हें कड़ा सबक सिखाना होगा।”
स्थानीय लोगों और कई संगठनों ने भी शुभम को शहीद का दर्जा देने की मांग की है। सोशल मीडिया पर शुभम की शहादत को लेकर भारी समर्थन और गुस्सा देखने को मिल रहा है।