मुंबई: डॉ. बाबा साहब अंबेडकर जयंती के उत्सव में शुक्रवार 14 अप्रैल को पुणे के क्रांति चौक पर आयोजित कार्यक्रम में तेज आवाज वाले डीजे का इस्तेमाल लोगों के लिए सेहत का खतरा बन गया। अत्यधिक तेज आवाज के कारण 250 से अधिक लोगों की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
तेज आवाज से बिगड़ी तबीयत
यह घटना शुक्रवार शाम को उस समय हुई जब शहर में अंबेडकर जयंती के अवसर पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। क्रांति चौक पर आयोजित इस कार्यक्रम में 15 डीजे को बुलाया गया था। डीजे की आवाज इतनी अधिक तेज थी कि आसपास मौजूद लोगों को कान में तेज दर्द और चक्कर आने लगे। कुछ लोगों को सांस लेने में भी तकलीफ हुई।
युवा हुए ज्यादा प्रभावित
उत्साहित युवा तेज आवाज में बज रहे संगीत पर नाच रहे थे, लेकिन कुछ ही देर में तेज आवाज के कारण लोगों को कानों में तकलीफ होने लगी और उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। अस्पताल में भर्ती मरीजों में ज्यादातर युवा हैं। डॉक्टरों का कहना है कि तेज आवाज के कारण इन लोगों को अस्थायी या स्थायी रूप से सुनने की क्षति हो सकती है।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
इस घटना के बाद क्रांति चौक पुलिस ने ध्वनि प्रदूषण अधिनियम का उल्लंघन करने पर आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि डीजे की आवाज 150 डेसिबल से अधिक थी, आयोजकों ने ध्वनि प्रदूषण के नियमों का उल्लंघन करते हुए तय सीमा से अधिक आवाज में डीजे बजाया था।
डॉक्टरों की सलाह
डॉक्टरों ने लोगों को सलाह दी है कि यदि वे तेज आवाज के संपर्क में आते हैं और उन्हें कान में दर्द या चक्कर आते हैं, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि यदि समय रहते इलाज नहीं किया गया तो इससे सुनने की क्षति स्थायी भी हो सकती है।