जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर एक बार फिर धमकी भरे ईमेल के चलते सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता का केंद्र बन गई है। ताजा मामला ईएसआई अस्पताल से जुड़ा है, जहां गुरुवार सुबह एक धमकी भरा मेल प्राप्त हुआ। मेल में अस्पताल को बम से उड़ाने की चेतावनी दी गई है। खास बात यह है कि यह मेल अजमल कसाब के नाम से भेजा गया है, जिससे पुलिस और प्रशासन की गंभीरता और बढ़ गई है।
जैसे ही मेल की जानकारी अस्पताल प्रशासन को मिली, तुरंत पुलिस, फायर ब्रिगेड, सिविल डिफेंस और बम निरोधक दस्ते को अलर्ट कर अस्पताल परिसर में जांच अभियान शुरू किया गया। पूरे अस्पताल को खाली करवाया गया और हर कोना बारीकी से खंगाला गया। बम डिस्पोजल यूनिट और डॉग स्क्वाड की मदद से सघन तलाशी ली गई, लेकिन खबर लिखे जाने तक किसी तरह की संदिग्ध वस्तु बरामद नहीं हुई।
पुलिस अधिकारियों का मानना है कि यह धमकी संभवतः किसी शरारती तत्व द्वारा फैलाई गई अफवाह हो सकती है, लेकिन जब तक पूरी तरह जांच पूरी नहीं हो जाती, किसी संभावना को नकारा नहीं जा सकता। फिलहाल ईमेल की तकनीकी जांच की जा रही है ताकि उसके स्रोत का पता लगाया जा सके।
यह पहली बार नहीं है जब जयपुर को इस तरह की धमकी का सामना करना पड़ा है। 22 जून को भी जयपुर एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। उस समय किसी अज्ञात व्यक्ति ने एक नागरिक को मैसेज भेजकर यह दावा किया था कि एयरपोर्ट को निशाना बनाया जाएगा। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए टर्मिनल की गहन जांच की, लेकिन वहां भी कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली थी। एयरपोर्ट थाने में इस संबंध में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
16 जून को भी जयपुर के तीन नामी स्कूलों – द मेयो, जय श्री पैरीवाल और द पैलेस स्कूल – को ईमेल के जरिये बम धमकी मिली थी। इन स्कूलों में डॉग स्क्वाड और पुलिस टीमों ने एक घंटे तक सघन जांच अभियान चलाया, लेकिन वहां भी कोई विस्फोटक या संदिग्ध वस्तु नहीं मिली थी।
इससे पहले भी जयपुर के एसएमएस स्टेडियम को पांच बार बम से उड़ाने की धमकी मिल चुकी है, जो हर बार झूठी निकली। विभिन्न स्कूलों को भी ऐसी ही मेल मिलती रही हैं, जिन्हें बाद में फर्जी करार दिया गया।
जयपुर में लगातार मिल रही इन फर्जी धमकियों से सुरक्षा एजेंसियों की परेशानी बढ़ी है, लेकिन प्रशासन ने साफ कर दिया है कि हर सूचना को गंभीरता से लिया जाएगा। कोई भी चूक नहीं की जाएगी, भले ही पहले की तरह जांच में कुछ न निकले।
फिलहाल जयपुर पुलिस ईएसआई अस्पताल में मिले धमकी भरे ईमेल की जांच में जुटी है। साइबर टीम मेल के सोर्स का पता लगाने की कोशिश कर रही है, वहीं बम निरोधक दस्ते और खुफिया एजेंसियां हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं। अस्पताल की सुरक्षा भी फिलहाल कड़ी कर दी गई है। पुलिस की ओर से अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन अधिकारी मानते हैं कि इस तरह की फर्जी धमकियां कानून व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती बनती जा रही हैं।
शहरवासियों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें, लेकिन किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें।