चिड़ावा, 19 अक्टूबर: चिड़ावा में दीपावली पर नगरपालिका द्वारा आवंटित आतिशबाजी की अस्थाई दुकानों के आवंटन पर आज विवाद की स्थिति बन गई। एक ओर जहां प्रशासन पूर्व निर्धारित व्यवस्था बनाए रखने के लिए मशक्कत करता नजर आया वहीं दुकानदार भी आज हुई अव्यवस्था के बाद नाराज दिखे। रविवार को बापू बाजार में व्यापारियों के आमने सामने आ जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी के दो स्थानीय नेताओं की अदावत भी खुल कर सामने आ गई।
जानें क्या है पूरा मामला
दीपावली पर शहर में आतिशबाजी के खुदरा बाजार को व्यवस्थित करने के उद्देश्य से प्रशासन द्वारा दुकानदारों को 17 अक्टूबर को अस्थाई दुकानों का आवंटन लॉटरी के माध्यम से किया गया था। तहसीलदार चिड़ावा, थानाधिकारी व नगरपालिका द्वारा विस्फोटक नियम 154 (4) की शर्तों के तहत कुल 54 दुकानदारों को दिनांक 18 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक की अवधि के लिए अस्थाई लाइसेंस दिए गए थे। इनमें क्रम संख्या 1 से 30 तक के दुकानदारों को बापू बाजार तथा क्रम संख्या 31 से 54 तक के दुकानदारों को कृष्णा ग्रेटर फार्म हाउस में दुकानों का आवंटन किया गया था।
नगरपालिका प्रशासन द्वारा दुकानों की आवंटन प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष रखा गया था। सभी दुकानदार भी आवंटन प्रक्रिया से संतुष्ट थे। आवंटन के बाद 18 अक्टूबर को दुकानें संचालित भी की गई, लेकिन 19 अक्टूबर को उस समय विवाद की स्थिति बन गई जब कृष्णा ग्रेटर फार्म हाउस में दुकान संख्या 31 से 54 तक के दुकानदार भी अपनी दुकानों का सामान लेकर बापू बाजार पहुंच गए।
कृष्णा ग्रेटर फार्म हाउस से आए दुकानदारों का कहना था कि वहां कोई भी ग्राहक पटाखे खरीदने नहीं पहुंच रहा, ऐसे में बिक्री नहीं होने से उनको भारी नुकसान होने की संभावना है। वहीं बापू बाजार में आवंटित दुकानों के संचालकों ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि नियमों के अनुसार जिसे जहां दुकान आवंटित हुई है, वहीं पटाखों की बिक्री करनी चाहिए। बापू बाजार के दुकानदारों में इस बात को लेकर भी आक्रोश था कि कृष्णा ग्रेटर फार्म हाउस से आए दुकानदारों ने बाजार में आगे की तरफ दुकानें लगा ली हैं, जिससे पीछे की तरफ ग्राहक नहीं आयेंगे, इससे पटाखों की बिक्री प्रभावित होगी तथा उनको नुकसान होगा।
प्रशासन के सामने ऊहापोह की स्थिति
आतिशबाजी की खुदरा दुकानों के आवंटन के बाद रविवार को बनी विवाद की स्थिति के बाद प्रशासन भी असमंजस की स्थिति में नजर आया। नगरपालिका ईओ रोहित मील ने बताया कि दुकानों का आवंटन नियमानुसार किया गया है, जिस पर सभी दुकानदार सहमत थे। उन्होंने बताया कि अब जो स्थिति बनी है वह कानून व्यवस्था का मसला है और एसडीएम चिड़ावा व चिड़ावा पुलिस इस पर कार्रवाई करेगी।
विवाद के बाद नगरपालिका जेईएन आकाश जांगिड़ व एसआई संदीप लाम्बा मौके पर पहुंचे और वस्तुस्थिति का जायजा लिया।
मामले को लेकर राजनीति भी चरम पर
पटाखों की दुकानों को लेकर बने विवाद में राजनीति का दखल भी देखा गया। भाजपा जिला महामंत्री राजेश दहिया ने बापू बाजार पहुंच कर दुकानदारों से बात की। बापू बाजार में जिन्हें दुकानों का आवंटन हुआ है उन दुकानदारों का कहना है कि राजेश दहिया नियमानुसार आवंटन प्रक्रिया को नजरअंदाज कर यहां कृष्णा ग्रेटर फार्म हाउस से आए दुकानदारों की दुकानें लगवा रहे हैं, जिससे उन्हें नुकसान होगा। वहीं कृष्णा ग्रेटर फार्म हाउस से आए दुकानदारों ने बताया कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) आयोग के सदस्य पवन मावंडिया यहां दुकानें नहीं लगने देना चाहते। बताया जा रहा है कि दोनों ही नेताओं ने प्रशासन को फोन किए हैं।
अब आगे क्या?
प्रशासन ने फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं की है। कृष्णा ग्रेटर फार्म हाउस से आए दुकानदारों ने बापू बाजार में खुले में ही अपनी दुकानें लगा ली हैं। नगरपालिका की टीम मौके पर मौजूद है, और स्थिति पर नजर बनाए हुए है। अब देखने वाली बात यह होगी कि 2 परस्पर विरोधी नेताओं के दबाव में आया प्रशासन क्या कार्रवाई करता है। दोनों ही नेता सत्तारूढ़ पार्टी के हैं, और किसी एक नेता के पक्ष में होने वाली कार्रवाई प्रशासन के लिए गलफांस साबित हो सकती है।





