नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने बुधवार को एक और बड़ा औद्योगिक निर्णय लेते हुए देश की छठी सेमीकंडक्टर यूनिट को मंजूरी दी है। यह यूनिट उत्तर प्रदेश के जेवर में स्थापित की जाएगी। इसमें कुल 3706 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा और इसमें हर महीने करीब 3.6 करोड़ चिप तैयार की जाएंगी।

2027 तक शुरू होगा उत्पादन, 2025 से मिलेगी पहली स्वदेशी चिप
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि यह यूनिट HCL और फॉक्सकॉन के साझा उपक्रम के रूप में विकसित की जा रही है। उन्होंने कहा कि यूनिट 2027 तक उत्पादन शुरू कर देगी और देश को पहली स्वदेशी चिप वर्ष 2025 से मिलने लगेगी।
#WATCH | Union Minister Ashwini Vaishnaw says, "Union Cabinet has approved India's 6th semiconductor unit in Jewar, Uttar Pradesh. Under India Semiconductor Mission, 5 semiconductor units have been approved so far and rapid construction is going on there. Production at one unit… pic.twitter.com/YFwdkAReFt
— ANI (@ANI) May 14, 2025
तकनीक को मिल रहा नया बल
वैष्णव ने कहा कि सरकार विज्ञान और तकनीक को बढ़ावा देने के लिए लगातार ठोस कदम उठा रही है। उन्होंने बताया कि इस यूनिट से लगभग 2000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। यह यूनिट भारत की तकनीकी क्षमताओं को विश्व स्तर पर स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कड़ी बनेगी।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की तकनीकी शक्ति का उदाहरण
उन्होंने यह भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारत के सशस्त्र बलों की रणनीतिक क्षमता और देश के निर्णायक नेतृत्व का प्रतीक है। विज्ञान और तकनीक के इस्तेमाल ने इस ऑपरेशन को सफल बनाया। इसी तरह, टेक्नोलॉजी अब भारत की वैश्विक पहचान का आधार बन रही है।

इकोसिस्टम पर विशेष ध्यान
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकता सेमीकंडक्टर जैसे उभरते क्षेत्रों में इकोसिस्टम विकसित करना रहा है। इसी दिशा में सरकार ने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत में ही 1.25 लाख करोड़ रुपये के ऐतिहासिक निवेश को मंजूरी दी है।