इटली: G7 शिखर सम्मेलन 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक नेताओं से मुलाकात की। ब्राजील, यूएई समेत अन्य देशों के प्रमुखों के साथ हुई इन बैठकों के बारे में खुद प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा की।
ब्राजील और यूएई के प्रमुखों से महत्वपूर्ण वार्ता
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा और यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ महत्वपूर्ण वार्ता की। इन मुलाकातों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने, व्यापारिक सहयोग बढ़ाने और वैश्विक मुद्दों पर सहयोग के बारे में विस्तार से चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इन मुलाकातों से भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंधों को और मजबूती मिलेगी।
जी7 नेताओं से मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी ने जी7 के अन्य नेताओं से भी मुलाकात की। इनमें अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज़, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा शामिल थे। इन मुलाकातों के दौरान जलवायु परिवर्तन, वैश्विक अर्थव्यवस्था, और सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ। पीएम मोदी ने कहा कि इन चर्चाओं से वैश्विक समस्याओं के समाधान में सहयोग बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त होगा।
प्रधानमंत्री की सोशल मीडिया पोस्ट
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर अपनी मुलाकातों की तस्वीरें और उनके बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा, “जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान वैश्विक नेताओं के साथ मुलाकात कर खुशी हुई। यह अवसर वैश्विक समस्याओं पर सहयोग बढ़ाने और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने का है।”
सकारात्मक प्रतिक्रियाएं
प्रधानमंत्री मोदी की पोस्ट को लोगों ने काफी सकारात्मक प्रतिक्रियाएं दी हैं। अंतरराष्ट्रीय संबंधों के विशेषज्ञों ने इन मुलाकातों को महत्वपूर्ण बताया है और उम्मीद जताई है कि इससे भारत के वैश्विक संबंध और मजबूत होंगे।
आगे की योजनाएं
प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में आने वाले दिनों में और भी कई वैश्विक नेताओं के साथ बैठकें शामिल हैं। जी7 शिखर सम्मेलन में भारत की सक्रिय भागीदारी से देश की अंतरराष्ट्रीय मंच पर भूमिका को और मजबूती मिलेगी।
प्रधानमंत्री मोदी की ये मुलाकातें और चर्चाएं न केवल भारत के लिए बल्कि वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होंगी। जी7 शिखर सम्मेलन में भारत की उपस्थिति ने यह दर्शाया है कि वैश्विक मुद्दों पर भारत की आवाज भी महत्वपूर्ण है।