पिलानी: थाना पुलिस ने एक सनसनीखेज खुलासा करते हुए गुजरात में महिला डॉक्टर की हत्या की 15 लाख रुपये की सुपारी से जुड़े मुख्य आरोपी हर्ष पटेल को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया है। इस हाई-प्रोफाइल आपराधिक षड्यंत्र में कुल नौ आरोपी शामिल थे, जिनमें से आठ को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि एक आरोपी की मृत्यु हो चुकी है। पिलानी पुलिस की सटीक जांच और समय रहते कार्रवाई से महिला की जान बच गई।
कैसे हुआ हत्या की साजिश का खुलासा
पिलानी थाना क्षेत्र में 21 नवंबर 2025 को लिखवा ठेके पर रंगदारी के लिए फायरिंग की सूचना के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। तकनीकी साक्ष्य और मानव आसूचना के आधार पर सचिन मेघवाल, हिमांशु जाट, आकाश वाल्मीकि और मनोज वाल्मीकि जैसे आरोपियों की भूमिका सामने आई। पूछताछ में खुलासा हुआ कि फायरिंग की घटना के पीछे एक बड़ी सुपारी किलिंग की साजिश भी छिपी थी।
गुजरात कनेक्शन और सुपारी का पूरा नेटवर्क
जांच में सामने आया कि काजल पटेल ने पारिवारिक विवाद के चलते महिला डॉक्टर की हत्या की योजना बनाई थी। काजल पटेल ने हर्ष पटेल के माध्यम से अहमदाबाद के ट्रांसपोर्टर गोपाल शर्मा से संपर्क किया और 15 लाख रुपये में हत्या की सुपारी तय हुई। गोपाल शर्मा ने अनुज शर्मा के जरिए राजस्थान से शूटर बुलवाए और गुजरात में रेकी करवाई गई।
फर्जी पहचान और एनजीओ की आड़
गिरफ्तार आरोपी हर्ष पटेल खुद को एन्टी करप्सन फाउंडेशन ऑफ इंडिया नामक निजी एनजीओ का वाइस प्रेसिडेंट बताता था और सीआईडी अधिकारी होने का झांसा देता था। इसी फर्जी पहचान के जरिए उसने साजिश को आगे बढ़ाया और नेटवर्क को जोड़े रखा।
समय रहते कार्रवाई से महिला की जान बची
पुलिस जांच के दौरान हथियार, कारतूस और वित्तीय लेन-देन के प्रमाण बरामद किए गए। पिलानी पुलिस की सक्रियता से पहले ही सभी मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिससे हत्या की वारदात को अंजाम नहीं दिया जा सका।





