झुंझुनूं: जिले के चिड़ावा कस्बे में सोमवार को हुए ट्रेन हादसे में एक अज्ञात वृद्ध की मौत ने सबको झकझोर दिया था। कई दिनों तक शिनाख्त की कोशिशों के बावजूद जब मृतक की पहचान नहीं हो पाई तो चिड़ावा पुलिस और गोरक्षकों ने मिलकर उसे सम्मानजनक विदाई दी। इस कदम ने समाज में मानवता और करुणा का संदेश फैलाया।
चिड़ावा के खेतड़ी रोड रेलवे ट्रैक पर सोमवार को एक वृद्ध ट्रेन की चपेट में आ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मृतक की पहचान के लिए सोशल मीडिया, समाचार पत्रों और स्थानीय नेटवर्क का सहारा लिया, लेकिन कई दिनों बाद भी कोई जानकारी नहीं मिली। मृतक के पास कोई पहचान-पत्र भी नहीं था।
जब शिनाख्त असंभव हो गई तो चिड़ावा थाना पुलिस ने मानवता का फर्ज निभाते हुए अंतिम संस्कार कराने का निर्णय लिया। एएसआई कैलाश कुमार और कांस्टेबल सुनील कुमार ने नगरपालिका के सहयोग से भूतनाथ श्मशान घाट में पूरे विधि-विधान से अंतिम संस्कार कराया।
इस कार्य में गोरक्षकों अनूप भाटी, मनोज स्वामी, देव योगी (डीके), राकेश करोल, अमन, पंकज, चंदगीराम, अनूप, अजीत मुरादपुरिया बिल्लू ने भी सक्रिय सहयोग दिया।
यह पहल न सिर्फ अज्ञात वृद्ध को सम्मानजनक विदाई देने का उदाहरण बनी, बल्कि इसने यह भी साबित किया कि इंसानियत अभी जिंदा है। जब समाज के विभिन्न वर्ग मिलकर जिम्मेदारी निभाते हैं तो एक मिसाल कायम होती है।