पिलानी (झुंझुनूं)। झुंझुनूं जिले के भगीना गांव में गुरुवार और शुक्रवार की दरम्यानी रात एक खौफनाक मंजर देखने को मिला। आधी रात को एक युवक ने अपने बचपन के दोस्त को घर में घुसकर कुल्हाड़ी से बेरहमी से काट डाला। सोते हुए युवक की गर्दन और सिर पर ताबड़तोड़ वार कर उसकी मौके पर ही हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम देकर हत्यारा चिल्लाया – “अब मेरी दुश्मनी खत्म हो गई है, हिसाब चुकता हुआ, जो करना है कर लो।”
इस दिल दहलाने वाली वारदात ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है। घटना रात करीब 1.30 बजे की है। मृतक दलीप स्वामी (30) ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करता था और हाल ही में गांव आया था। हत्यारा आशीष शर्मा भी उसी गांव का रहने वाला है और दलीप का बचपन का दोस्त बताया जा रहा है।
जब दलीप के शरीर पर कुल्हाड़ी के एक के बाद एक वार हो रहे थे, उसकी मां सुगनी देवी पास की चारपाई पर सो रही थी। अचानक धमाके और चीख की आवाज से उसकी नींद खुली। आंखें खुली तो सामने का नजारा देखकर वह सन्न रह गई। आशीष उसके बेटे पर बर्बरता से हमला कर रहा था। मां चीखती रही, रोती रही, मिन्नतें करती रही, लेकिन आशीष नहीं रुका।
गुस्से में पागल हत्यारा बोला- अब जो करना है कर लो!
वारदात के बाद आरोपी कमरे में रखे टेबल फैन पर भी कुल्हाड़ी से वार करता गया। फिर चिल्लाया, “मैंने अपना बदला ले लिया है, अब जो करना है कर लो।” इसके बाद वह अंधेरे में फरार हो गया।
पुरानी रंजिश बनी मौत की वजह
दलीप के चाचा शंभू स्वामी ने बताया कि चार साल पहले दलीप नींद में चलने की बीमारी के कारण आशीष के घर चला गया था और गलती से उसकी मां की चारपाई पर जाकर सो गया था। उस बात पर विवाद हुआ था, जिसे समाज ने बैठाकर निपटा दिया था। लेकिन आशीष के दिल में शायद वो बात खटकती रही और उसने तीन साल तक बदले की आग को भीतर ही भीतर पाला।
किसी को शक भी नहीं था
गुरुवार को दिन में भी आशीष और दलीप गांव में साथ घूमते देखे गए थे। कोई सोच भी नहीं सकता था कि आशीष उस दोस्त के खून का प्लान बना चुका है, जिसे वह फिर से अपना बना चुका था।
गांव में पसरा डर और मातम, पुलिस जांच में जुटी
घटना के बाद गांव में मातम और खौफ का माहौल है। पिलानी थाना प्रभारी रणजीत सेवदा के अनुसार पुलिस सूचना पर रात को ही मौका ए वारदात पर पहुंच गई थी। शव का पोस्टमॉर्टम करवाया गया है और आरोपी की तलाश जारी है। गांव में चारों तरफ एक ही चर्चा है – आखिर कैसे एक दोस्त इतना बेरहम हो सकता है!
परिजन की मांग- जल्द गिरफ्तारी हो, मिले फांसी
दलीप के माता-पिता ओंकारमल और सुगनी देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों और ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि आशीष को जल्द गिरफ्तार किया जाए और उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
यह वारदात सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि उस भरोसे की मौत है जो दो दोस्तों के बीच हुआ करता है। गांव के लोग अब सवाल कर रहे हैं – क्या अब किसी पर भरोसा किया जा सकता है?