उत्तरकाशी, उत्तराखंड: उत्तराखंड के तीर्थ स्थलों की ओर जा रहे श्रद्धालुओं के लिए बुधवार सुबह एक दुखद समाचार सामने आया, जब उत्तरकाशी जिले के गंगनानी के पास एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। हादसे में चार लोगों की मृत्यु की पुष्टि की गई है, जबकि अन्य यात्रियों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। यह हेलीकॉप्टर देहरादून से उड़ान भरकर खरसाली होते हुए गंगोत्री की ओर जा रहा था।

कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के अनुसार, हेलीकॉप्टर ने देहरादून से उड़ान भरकर पहले खरसाली तक की यात्रा पूरी की थी। वहां छह यात्रियों को उतारने के बाद यह हेलीकॉप्टर अन्य तीर्थयात्रियों को लेकर गंगोत्री की ओर उड़ान भर रहा था। इसी दौरान सुबह लगभग 8:40 बजे उत्तरकाशी जिले में गंगनानी के पास नाग मंदिर के समीप यह हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
तत्काल राहत-बचाव कार्य शुरू
जैसे ही हादसे की सूचना मिली, जिला आपदा प्रबंधन केंद्र उत्तरकाशी ने रेस्क्यू टीमों को सक्रिय किया। घटनास्थल पर QRT (क्विक रिस्पांस टीम), 108 एंबुलेंस, तहसीलदार भटवाड़ी, BDO भटवाड़ी और राजस्व विभाग की टीमों को रवाना किया गया। पुलिस अधीक्षक सरिता डोबाल स्वयं राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी के लिए मौके पर पहुंचीं।
चार श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि
उत्तरकाशी जिला प्रशासन ने अब तक हादसे में चार लोगों की मृत्यु की पुष्टि की है। हेलीकॉप्टर में कुल सात लोग सवार थे, जिनमें एक पायलट और छह यात्री शामिल थे। शेष लोगों की स्थिति के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

यूकाडा को नहीं थी गंगोत्री उड़ान की जानकारी
गौर करने वाली बात यह है कि उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) को केवल देहरादून से खरसाली तक की उड़ान का ही शेड्यूल प्राप्त था। खरसाली से गंगोत्री के लिए इस हेलीकॉप्टर की कोई पूर्वनिर्धारित उड़ान जानकारी यूकाडा के पास दर्ज नहीं थी। इससे हेलीकॉप्टर ऑपरेटर और प्रशासन के बीच समन्वय की खामी भी सामने आ रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जताया शोक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से कहा,
“उत्तरकाशी के गंगनानी के समीप हेलीकॉप्टर क्रैश में कुछ लोगों के हताहत होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। राहत एवं बचाव कार्य के लिए SDRF और जिला प्रशासन की टीमें तत्काल घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। ईश्वर हादसे में दिवंगत हुए लोगों की आत्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”