वाशिंगटन, अमेरिका: अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ पर यमन के ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों पर किए गए सैन्य हमले की योजना को लीक करने का गंभीर आरोप लगा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, हेगसेथ ने मार्च में हुए इस सैन्य ऑपरेशन की संवेदनशील जानकारी को सिग्नल (Signal) मैसेजिंग ऐप पर साझा किया, जिससे अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा बताया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, यह जानकारी एक प्राइवेट सिग्नल ग्रुप में साझा की गई थी, जिसमें उनकी पत्नी जेनिफर राउचेट हेगसेथ, भाई फिल हेगसेथ, और निजी वकील टिम पार्लटोर समेत करीब एक दर्जन लोग शामिल थे।

गोपनीय जानकारी की अवैध साझेदारी
हेगसेथ द्वारा साझा की गई जानकारी में अमेरिका द्वारा यमन में हूती विद्रोहियों पर किए जाने वाले हवाई हमलों की तारीख, स्थान और रणनीति से संबंधित विवरण थे। यह वही जानकारी है जिसे ‘द अटलांटिक’ पत्रिका ने मार्च में प्रकाशित किया था, जब गलती से इसके प्रधान संपादक जेफरी गोल्डबर्ग को एक सैन्य ग्रुप चैट में शामिल कर लिया गया था।
इस नई लीक में, ग्रुप चैट में सैन्य योजना के बजाय प्रशासनिक मुद्दों पर चर्चा हो रही थी, लेकिन इसमें भी हवाई हमलों की टाइमिंग और तैयारी जैसी संवेदनशील जानकारियां सम्मिलित थीं।
राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव
इस खुलासे के बाद अमेरिकी राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। डेमोक्रेटिक सीनेटर और इराक युद्ध की वयोवृद्ध टैमी डकवर्थ ने इस पूरे प्रकरण को “राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा” बताया और कहा कि “पीट हेगसेथ को तुरंत अपमानजनक रूप से इस्तीफा देना चाहिए।”

वहीं रिपब्लिकन खेमे में भी इस पर चिंता जताई गई है, हालांकि कई सांसदों ने अभी तक स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दी है।
पहले भी हो चुकी है ऐसी लीक
मार्च 2025 में पहली बार इस मामले की भनक तब लगी जब द अटलांटिक के संपादक जेफरी गोल्डबर्ग को गलती से उस ग्रुप चैट में जोड़ लिया गया, जिसमें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वरिष्ठ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी हूती हमले पर चर्चा कर रहे थे। उस समय भी सैन्य हमले की योजना की जानकारी लीक हुई थी, लेकिन कोई औपचारिक कार्रवाई नहीं हुई थी।