नई दिल्ली: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने संसद में बोलने का मौका न देने का आरोप लगाते हुए कहा कि सदन को अलोकतांत्रिक तरीके से चलाया जा रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से अपील की थी कि उन्हें बोलने दिया जाए, लेकिन उनकी अपील को अनसुना कर दिया गया और सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।

स्पीकर पर राहुल गांधी का आरोप
मीडिया को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “संसद में विपक्ष को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन जब भी मैं बोलना चाहता हूं, मुझे बोलने नहीं दिया जाता है। यह लोकतंत्र के खिलाफ है। सरकार और विपक्ष दोनों की अपनी-अपनी भूमिका होती है, मगर इस सदन में विपक्ष की कोई जगह नहीं है।”
राहुल गांधी के इस बयान का वीडियो वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया है। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी इस मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया पर सरकार और स्पीकर की आलोचना की है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की प्रतिक्रिया
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राहुल गांधी के आरोपों को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सदन की गरिमा बनाए रखना सभी सदस्यों की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, “संसद में कई पिता-पुत्री, माता-बेटी और पति-पत्नी सदस्य रहे हैं। इस परिप्रेक्ष्य में नेता प्रतिपक्ष से अपेक्षा है कि वे सदन की परंपराओं और नियमों के अनुरूप आचरण करें।” इसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई।

कांग्रेस सांसदों ने जताया विरोध
सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद कांग्रेस के करीब 70 सांसदों ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की। उन्होंने राहुल गांधी को बोलने का मौका न दिए जाने को लेकर विरोध जताया और इसे लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ बताया। कांग्रेस सांसदों ने कहा कि यह संसदीय परंपराओं के विपरीत है और विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश है।