नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा सत्र का आज दूसरा दिन था, जिसमें उपराज्यपाल वीके सक्सेना के संबोधन के बाद सत्र की शुरुआत हुई। इस दौरान आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया, जिससे सदन की कार्यवाही में व्यवधान उत्पन्न हुआ।
उपराज्यपाल के संबोधन के दौरान AAP के विधायकों ने अपनी आवाज बुलंद की, जिससे विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता को हस्तक्षेप करना पड़ा। पहले तीन विधायकों को मार्शल की सहायता से सदन से बाहर किया गया। इस दौरान उपराज्यपाल को बार-बार अपने संबोधन में रुकना पड़ा।

पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष आतिशी भी हंगामे में शामिल
सत्र के दौरान हंगामा बढ़ने पर पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी समेत अन्य विधायकों ने भी शोर-शराबा करना शुरू किया। विधानसभा स्पीकर ने स्थिति को काबू में लाने के लिए उन्हें भी सदन से बाहर करने का आदेश दिया।
सदन से निष्कासन के बाद, AAP के विधायक बाहर आकर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की फोटो लेकर प्रदर्शन करते दिखाई दिए। उन्होंने अपनी इस कार्रवाई को लेकर सरकार के खिलाफ विरोध जताया।
कैग रिपोर्ट पर हुई चर्चा
सत्र के दौरान, जब मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कैग (CAG) रिपोर्ट पेश की, तो विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने इस रिपोर्ट के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि राज्य की पूर्व सरकार ने जानबूझकर संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन किया। उन्होंने विशेष रूप से 24 जनवरी 2025 को दिए गए एक फैसले का उल्लेख किया और कहा कि रिपोर्ट को दबाने की कोशिश की गई थी।

भा.ज.पा. विधायक अरविंदर सिंह लवली का AAP पर हमला
इस मामले में भाजपा विधायक अरविंदर सिंह लवली ने AAP को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, “कैग रिपोर्ट के माध्यम से जो तथ्य सामने आए हैं, वह साफ तौर पर दिखाते हैं कि AAP सरकार ने जानबूझकर रिपोर्ट को दबाया। हाई कोर्ट ने भी इस बारे में अपनी टिप्पणी दी थी कि रिपोर्ट को जानबूझकर दबाया गया था।”