महाराष्ट्र, मुंबई: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद मुंबई की गोरेगांव पुलिस अलर्ट हो गई है। अज्ञात शख्स ने एक ईमेल के माध्यम से शिंदे की सुरक्षा को लेकर गंभीर धमकी दी, जिसमें शिवसेना प्रमुख की गाड़ी को बम से उड़ाने की बात कही गई थी। इस धमकी भरे ईमेल के बाद पुलिस और जांच एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं।
धमकी के ईमेल का प्रसार
ईमेल केवल गोरेगांव पुलिस स्टेशन तक ही सीमित नहीं था, बल्कि यह जेजे मार्ग पुलिस स्टेशन और महाराष्ट्र सरकार के मंत्रालय को भी भेजा गया था। इस घटना से संबंधित जांच अब क्राइम ब्रांच और अन्य सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की जा रही है, और अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लिया है।

सुरक्षा में वृद्धि
धमकी मिलने के बाद एकनाथ शिंदे की सुरक्षा को तुरंत बढ़ा दिया गया है। मुंबई पुलिस और क्राइम ब्रांच, दोनों ही धमकी भेजने वाले शख्स के बारे में जानकारी जुटाने में जुटी हुई हैं। विशेष रूप से, अधिकारियों ने ईमेल भेजने के लिए इस्तेमाल किए गए ईमेल आईडी के आईपी एड्रेस का पता लगाने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं।
पहले भी मिली थी धमकी
यह पहली बार नहीं है जब एकनाथ शिंदे को धमकी मिली है। जनवरी 2025 में, एक 24 वर्षीय युवक, हितेश प्रकाश ढेंडे, ने सोशल मीडिया के माध्यम से एकनाथ शिंदे को जान से मारने की धमकी दी थी। इस धमकी के बाद ठाणे के श्रीनगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था, और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू की थी। ठाणे के डीसीपी, प्रशांत कदम ने इस मामले में कहा कि आरोपी ने अपने दोस्त के मोबाइल का इस्तेमाल करते हुए इंस्टाग्राम पर धमकी भरा वीडियो पोस्ट किया था।

दिल्ली में एकनाथ शिंदे
इसी बीच, एकनाथ शिंदे दिल्ली दौरे पर गए हुए हैं। वे रेखा गुप्ता के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे थे। इस दौरान भाजपा के मंच पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार भी मौजूद थे। गौरतलब है कि हाल ही में एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के बीच कुछ मतभेदों की खबरें सामने आई थीं, और कुछ बैठकों में शिंदे का अनुपस्थित रहना चर्चा का विषय बना था।