चिड़ावा, 5 फरवरी 2025: अरड़ावता में आम रास्ते का विवाद आज सड़क पर आ गया। प्रशासन द्वारा सुनवाई नहीं किए जाने का आरोप लगाते हुए ग्रामीण सुबह तीन घंटे तक गांव की पानी की टंकी पर चढ़े रहे। परेशान ग्रामीणों ने आखिरकार चिड़ावा-सुलताना सड़क मार्ग को जाम कर दिया।

इस दौरान रास्ता जाम करने के बाद ग्रामीण सड़क पर ही धरना देकर बैठ गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। रास्ता जाम की सूचना पर सीआई आशाराम गुर्जर के नेतृत्व में चिड़ावा थाने से पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा। बाद में चिड़ावा नायब तहसीलदार बलबीर सिंह ने समझाइश कर जाम खुलवाया।
ग्रामीणों ने नायब तहसीलदार को मौके पर ले जाकर वस्तुस्थिति से अवगत करवाया। परेशान ग्रामवासियों ने बताया कि अरड़ावता से जोधा का बास के लिए जाने वाले कटानी रास्ते को गांव के ही कुछ लोगों ने आपसी विवाद के बाद दीवार बना कर बन्द कर दिया है। ग्रामवासी इस रास्ते को वापस खुलवाने के लिए बीते 3 माह में कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से मिल चुके हैं, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं किया गया है। मामला कोर्ट में भी लम्बित बताया जा रहा है।

सुबह 3 घंटे तक चढ़े रहे थे टंकी पर
कोई सुनवाई नहीं होने से परेशान ग्रामीण बुधवार सुबह 9 बजे गांव की पानी की टंकी पर चढ़ गए। किसी भी अधिकारी के मौके पर पहुंचने पर नाराज ग्रामवासियों ने आखिरकार 12 बजे चिड़ावा-सुलताना सड़क मार्ग को जाम कर दिया।
प्रशासन पर लगाया अनदेखी का आरोप
ग्रामवासियों का कहना था कि अधिकारियों को मौके पर पहुंच कर रास्ता खुलवाना पड़ेगा। अगर रास्ता नहीं खुलवाया जाता है, तो चिड़ावा-सुलताना सड़क मार्ग से जाम नहीं हटाया जाएगा। चिड़ावा-सुलताना सड़क मार्ग को जाम किए जाने
की सूचना पर नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से बात कर जाम खुलवाया। प्रशासन ने ग्रामीणों को 7 दिन में समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है।
अरड़ावता से जोधा का बास जाने वाले आम रास्ते को खुलवाने के लिए आन्दोलन कर रहे ग्रामीणों में पूर्व सरपंच कुरड़ाराम ओला, करण सिंह, सहीराम, नाथाराम, रमेश कुमार, विजय सिंह, रणधीर सिंह, रामेश्वर, जगमाल सिंह, सहीराम, रत्तीराम, गिरधारी लाल, सुमेर सिंह ओला वार्ड पंच, राकेश कुमार, विनोद सहित बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल रहीं।