मिल्कीपुर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गहरी दिलचस्पी और लगातार दौरे ने इस सीट को राज्य की सबसे चर्चित सीटों में शामिल कर दिया है। सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरिंग्टनगंज के पलिया चौराहे पर एक जनसभा को संबोधित किया, जहां उन्होंने समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी पर जमकर हमला बोला।
सपा पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में समाजवादी पार्टी के आदर्शों और उनकी वर्तमान कार्यशैली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “डॉ. राम मनोहर लोहिया ने समाजवादियों के लिए कहा था कि जो संपत्ति के चक्कर में पड़े, वह सच्चा समाजवादी नहीं हो सकता। आज के समाजवादी सिर्फ संपत्ति में उलझे हुए हैं। खाली प्लॉट पर इनके झंडे हर जगह लगते थे, इनके झंडे अपराधियों और माफियाओं को बचाने के लिए थे। जब पूरा देश और दुनिया महाकुंभ की ओर आकर्षित हो रही है, तब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष महाकुंभ को लेकर रोज दुष्प्रचार कर रहे हैं।”

भाजपा ने झोंकी पूरी ताकत
मिल्कीपुर विधानसभा सीट फैजाबाद संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है, जहां लोकसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। इस सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अवधेश प्रसाद ने जीत दर्ज की थी, जिससे यह सीट सपा के खाते में चली गई। भाजपा के लिए यह सीट न केवल राजनीतिक प्रतिष्ठा की बात है, बल्कि अयोध्या से सटे होने के कारण इस पर पार्टी विशेष ध्यान दे रही है।
सीएम योगी के लगातार दौरों से बढ़ी हलचल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उपचुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले ही दो बार मिल्कीपुर आ चुके थे। उन्होंने कृषि विश्वविद्यालय में सांगठनिक बैठक की और दूसरी बार विद्यार्थियों को लैपटॉप वितरण के लिए आए थे। इसके अलावा, करमडांडा और विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में भी उनकी सभाएं हो चुकी हैं। भाजपा संगठन को मजबूती देने के लिए मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं को “बूथ जीत प्रतियोगिता” का मंत्र दिया है, जिसके तहत जिस बूथ से सबसे ज्यादा मत मिलेंगे, उस इकाई के नेताओं को सम्मानित किया जाएगा।

नाराज नेताओं को साधने में जुटे सीएम
मिल्कीपुर सीट पर जीत सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पार्टी के नाराज नेताओं को भी मनाने की कवायद तेज कर दी है। टिकट न मिलने से असंतुष्ट चल रहे पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ और रामू प्रियदर्शी को लखनऊ बुलाकर मुलाकात की गई। इसके अलावा, भाजपा जिला महामंत्री राधेश्याम त्यागी की तबीयत खराब होने पर मुख्यमंत्री ने खुद दूरभाष पर उनका हालचाल जाना।
गोसाईंगंज से पूर्व विधायक इंद्रप्रताप तिवारी खब्बू की अनदेखी से वे भी नाराज चल रहे थे, लेकिन मुख्यमंत्री ने उन्हें भी लखनऊ बुलाकर चर्चा की, जिसके बाद वे भी भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार में सक्रिय हो गए हैं।