मंडावा में लाइब्रेरी में छात्रों से मारपीट की घटना ने सांप्रदायिक तनाव को हवा दी है। पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने इस घटना को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
गुढ़ा ने आरोप लगाया कि पुलिस एक समुदाय विशेष को निशाना बना रही है। उन्होंने कहा, “जब गुंडे घर में घुसेंगे तो मालाओं से नहीं, जूतों से स्वागत होगा।” उन्होंने युवाओं का समर्थन करते हुए कहा कि जब उनकी इज्जत पर हमला होता है तो वे बर्दाश्त नहीं करते।
बुधवार को मंडावा में एक धार्मिक जुलूस के दौरान कुछ युवकों ने सक्षम लाइब्रेरी में घुसकर छात्रों से मारपीट की थी। आरोप है कि पार्षद सत्तार खान और अनवर अली समेत कुछ अन्य लोगों ने छात्रों को पीटा। पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
गुढ़ा ने कहा कि इस घटना में पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई की है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस एक समुदाय विशेष को निशाना बना रही है और भाजपा सरकार भाईचारे को खत्म करने की कोशिश कर रही है।
गुढ़ा ने कहा, “नवलगढ़ में भी एक समुदाय विशेष के चेयरमैन को गलत तरीके से बर्खास्त किया गया था। इस तरह की कोशिश झुंझुनू में भी की जा रही है।”
पुलिस ने बताया कि इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है और मामले की जांच की जा रही है।