इस्लामाबाद, पाकिस्तान: पाकिस्तान ने भारत की खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया है कि भारत पाकिस्तान के बाहर आतंकवादियों के खिलाफ कथित अभियान चला रहा है।
मुमताज जहरा बलोच ने कहा, “भारत का हत्याओं और अपहरण का अभियान पाकिस्तान से बाहर भी फैल गया है। इस नेटवर्क ने न केवल पाकिस्तान को बल्कि वैश्विक स्तर पर भी चिंताएं पैदा की हैं।”
वॉशिंगटन पोस्ट और गार्जियन का दावा
अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट की हालिया रिपोर्ट में भारत पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, भारत की खुफिया एजेंसी RAW ने साल 2021 से पाकिस्तान के अंदर आतंकियों की हत्याएं की हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि भारत ने 20 आतंकवादियों को मारने की योजना बनाई थी, जो विदेशों में रहते हैं। इसमें से कई हत्याओं को अंजाम भी दिया गया।

ब्रिटिश अखबार द गार्जियन ने भी अपनी रिपोर्ट में इसी तरह के आरोप लगाए थे। गार्जियन ने दावा किया कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इन अभियानों की पूरी जानकारी थी और उनके निर्देश पर यह अभियान चलाया गया।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इन रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए भारत पर आरोप लगाए कि वह आतंकवादियों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अभियान चला रहा है। इस मामले में पाकिस्तान ने इसे न केवल अपने देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया बल्कि वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए भी चुनौती करार दिया।
अमेरिका पर पाकिस्तान का दोहरा रवैया
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि जो पाकिस्तान इस बार अमेरिकी रिपोर्ट का हवाला देकर भारत पर आरोप लगा रहा है, उसने खुद अमेरिका की आलोचनात्मक रिपोर्ट्स को पहले खारिज किया था।
हाल ही में अमेरिका ने पाकिस्तान के आम चुनावों में धांधली को लेकर सवाल उठाए थे, जिसे पाकिस्तान ने सिरे से खारिज कर दिया। उस वक्त मुमताज जहरा बलोच ने कहा था, “पाकिस्तान रचनात्मक बातचीत और सहभागिता में विश्वास करता है। अमेरिका का यह प्रस्ताव न तो रचनात्मक है और न ही उद्देश्यपूर्ण।”
पाकिस्तान की छवि पर सवाल
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान का यह रवैया उसकी नीतियों और अंतरराष्ट्रीय छवि पर सवाल खड़े करता है। जहां एक ओर वह भारत पर आरोप लगाकर समर्थन हासिल करने की कोशिश करता है, वहीं दूसरी ओर अपने ही देश के चुनावों में धांधली जैसे मुद्दों पर अमेरिका की रिपोर्ट को नकारता है।