पिलानी, 20 दिसम्बर 2024: गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संसद में डॉ भीमराव अंबेडकर को लेकर की गई टिप्पणी का विरोध तेज हो गया है। शुक्रवार को पिलानी में डॉ भीमराव अंबेडकर समता संस्थान के कार्यकर्ता और पदाधिकारी अंबेडकर प्रतिमा स्थल पर एकत्र हुए और शाह की टिप्पणी को लेकर नाराजगी जताई। प्रदर्शनकारियों ने इसे डॉ अंबेडकर का अपमान बताते हुए नारेबाजी की और विरोध स्वरूप राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
समता संस्थान ने जताया विरोध
डॉ भीमराव अंबेडकर समता संस्थान के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने डॉ हरिसिंह सांखला की अध्यक्षता में विरोध प्रदर्शन किया। संस्थान ने इसे लोकतंत्र और डॉ अंबेडकर की विरासत पर प्रहार बताया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि संसद जैसे गरिमामयी स्थान पर गृहमंत्री द्वारा की गई टिप्पणी अस्वीकार्य है।
तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
प्रदर्शन के बाद पदाधिकारी पिलानी तहसील कार्यालय पहुंचे। तहसीलदार की अनुपस्थिति में नायब तहसीलदार हरिसिंह यादव को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में गृहमंत्री अमित शाह की टिप्पणी की निंदा करते हुए उन्हें माफी मांगने और बयान वापस लेने की मांग की गई।
ज्ञापन सौंपने वाले प्रमुख सदस्य
ज्ञापन देने वालों में होशियार सिंह, नरेंद्र मंडाड़, एडवोकेट हजारीलाल सुनिया, बजरंग लाल आलड़िया, इंद्राज बाडेटीया, मोती लाल बाडेटीया, लीलाधर आलड़िया, सुरेश ठेकेदार, हरिओम, ओमप्रकाश सुनिया, कन्हैयालाल आलड़िया, राजेश सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल थे।
प्रदर्शनकारियों की मांग
संस्थान के सदस्यों ने कहा कि बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर ने देश के संविधान का निर्माण कर लोकतंत्र को मजबूत किया। उनके नाम को किसी भी प्रकार से अपमानित करना असहनीय है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि अमित शाह ने माफी नहीं मांगी, तो देशभर में आंदोलन तेज किया जाएगा।