नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा के शीतकालीन सत्र में विपक्ष पर जोरदार हमला बोला। डॉ. बीआर अंबेडकर पर गृह मंत्री अमित शाह की राज्यसभा में की गई टिप्पणी के खिलाफ विपक्ष के विरोध का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर डॉ. अंबेडकर की विरासत को मिटाने और उनके प्रति अपमानजनक रवैया अपनाने का आरोप लगाया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “अगर कांग्रेस और उसका सड़ा हुआ पारिस्थितिकी तंत्र यह सोचता है कि उनके दुर्भावनापूर्ण झूठ कई वर्षों के उनके कुकर्मों को छिपा सकते हैं, खासकर डॉ. अंबेडकर के प्रति उनके अपमान को, तो वे गलत सोच रहे हैं।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एससी/एसटी समुदायों को कमजोर करने और डॉ. अंबेडकर की विरासत को खत्म करने के लिए हर संभव गंदी चाल चली है।
कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर का अपमान करने का लगाया आरोप
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस द्वारा डॉ. अंबेडकर के प्रति किए गए कथित अन्याय का विस्तार से जिक्र किया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर को न केवल एक बार, बल्कि दो बार चुनाव में हराने का प्रयास किया। पंडित नेहरू ने उनके खिलाफ प्रचार किया और उनकी हार को प्रतिष्ठा का मुद्दा बना लिया।”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि कांग्रेस ने उन्हें भारत रत्न देने से इनकार किया और संसद के सेंट्रल हॉल में उनकी तस्वीर को गौरव का स्थान देने से मना कर दिया। मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत के लोगों ने बार-बार देखा है कि कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर और एससी/एसटी समुदायों को अपमानित करने के लिए गंदी राजनीति का सहारा लिया।
एससी/एसटी समुदायों के खिलाफ कांग्रेस शासनकाल में अत्याचार
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में एससी/एसटी समुदायों के खिलाफ भयानक नरसंहार हुए। उन्होंने कहा, “कांग्रेस जितनी चाहे कोशिश कर सकती है, लेकिन वे इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि एससी/एसटी समुदायों के खिलाफ सबसे भयानक घटनाएं उनके शासनकाल में हुई हैं। वर्षों तक वे सत्ता में रहे, लेकिन एससी/एसटी समुदायों को सशक्त करने के लिए कुछ नहीं किया।”
अमित शाह की टिप्पणी और विपक्ष की प्रतिक्रिया
डॉ. अंबेडकर पर अमित शाह की टिप्पणी ने संसद में हंगामा खड़ा कर दिया। संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित दो दिवसीय चर्चा के बाद राज्यसभा में अपने संबोधन में गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा, “अभी एक फैशन हो गया है – अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।”
अमित शाह की इस टिप्पणी पर विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। कांग्रेस नेताओं ने इसे डॉ. अंबेडकर का अपमान बताया और अमित शाह से माफी की मांग की।
प्रधानमंत्री का जोरदार पलटवार
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि कांग्रेस ने वर्षों तक डॉ. अंबेडकर की विरासत को नजरअंदाज किया। उन्होंने कहा कि देश के दलित और पिछड़े वर्ग ने कांग्रेस की इन गंदी चालों को पहचान लिया है।
प्रधानमंत्री के इस भाषण ने संसद में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है। शीतकालीन सत्र के दौरान डॉ. अंबेडकर के मुद्दे पर शुरू हुई बहस अब राजनीतिक टकराव का बड़ा विषय बन चुकी है।