झुंझुनू: जिले के अटल भाजपा सहयोगी मंच ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव की कड़ी निंदा की है। मंच के प्रदेश प्रवक्ता और जिला अध्यक्ष विष्णु शर्मा (काजड़ा निवासी) ने इसे संवैधानिक गरिमा और लोकतांत्रिक परंपराओं पर सीधा प्रहार बताया।
संविधान और किसान समाज का अपमान: शर्मा
विष्णु शर्मा ने कहा कि साधारण किसान परिवार और जाट पृष्ठभूमि से आने वाले उपराष्ट्रपति धनकड़ ने अपने संघर्षपूर्ण जीवन से संवैधानिक मूल्यों को सशक्त किया है। उनके खिलाफ लाया गया यह प्रस्ताव न केवल उनके योगदान का अनादर है, बल्कि यह समूचे किसान समाज और राजस्थान के स्वाभिमान का अपमान भी है।
विपक्ष का सियासी नाटक: मंच
शर्मा ने कहा कि यह प्रस्ताव विपक्ष का सियासी नाटक है, जिसका उद्देश्य संसद की कार्यवाही बाधित करना और महत्वपूर्ण विधेयकों को रोकना है। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि संवैधानिक अंगीकार की 75वीं वर्षगांठ जैसे महत्वपूर्ण अवसर पर भी विपक्ष ने अनावश्यक राजनीति की, जो लोकतांत्रिक परंपराओं के विपरीत है।
चर्चा का स्थान है संसद, हंगामे का नहीं
शर्मा ने कहा कि संसद देश के विकास के लिए चर्चा और बहस का स्थान है। सरकार ने हमेशा चर्चा के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाया है, लेकिन विपक्ष का यह कदम लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।
मंच ने प्रस्ताव खारिज करने की मांग की
अटल भाजपा सहयोगी मंच ने इस प्रस्ताव को तुरंत खारिज करने और विपक्ष से माफी मांगने की मांग की है। विष्णु शर्मा ने चेतावनी दी कि यदि यह प्रस्ताव वापस नहीं लिया गया, तो प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने इसे राजस्थान और किसान समाज के स्वाभिमान पर सीधा हमला करार दिया।