झुंझुनू, 4 दिसंबर 2024: प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ऑनलाइन गेमिंग, मनी लॉन्ड्रिंग और फिशिंग घोटाले से सम्बन्धित कार्रवाई का आज खुलासा कर दिया गया है। दिल्ली, गुरुग्राम, जोधपुर, झुंझुनू, हैदराबाद, पुणे और कोलकाता में 13 परिसरों में 28 से 30 नवम्बर तक हुई कार्रवाई के दौरान तलाशी अभियान में ईडी के अधिकारियों ने करोड़ों रुपए मूल्य की क्रिप्टो करेंसी और नकदी के अलावा आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किए हैं।
प्रवर्तन निदेशालय के ट्विटर हैंडल से दी गई जानकारी के अनुसार PYYPL मामले में PMLA, 2002 के प्रावधानों के तहत दिल्ली, गुरुग्राम, जोधपुर, झुंझुनू, हैदराबाद, पुणे और कोलकाता में यह कार्रवाई की गई थी। तलाशी अभियान के दौरान 47 लाख रुपये की अस्पष्टीकृत नकदी, विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज, चेक बुक, एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, डिजिटल हस्ताक्षर और ट्रस्ट वॉलेट सीक्रेट वाक्यांश बरामद किए गए और उन्हें जब्त कर लिया गया। इसके अलावा निजी वॉलेट से 1.36 करोड़ रुपये मूल्य की क्रिप्टो (USDT) मुद्रा भी जब्त की गई जिसके बाद इस गोरखधंधे में इस्तेमाल हो रहे बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया।
जानिए ED ने क्यों शुरू की जांच?
दरअसल ईडी ने रुपये की साइबर धोखाधड़ी के संबंध में सीबीआई, आर्थिक अपराध शाखा, दिल्ली द्वारा दर्ज दो एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की थी। बताया जा रहा है कि इस पूरे घोटाले में शामिल लोगों ने सट्टेबाजी, जुआ, अंशकालिक नौकरियों और फ़िशिंग घोटालों आदि के माध्यम से करोड़ों रुपये कमाए हैं।
ED, HQ Office has conducted search operations from 28/11/2024 to 30/11/2024 at 13 premises in Delhi, Gurugram, Jodhpur, Jhunjhunu, Hyderabad, Pune and Kolkata under the provisions of PMLA, 2002 in the PYYPL case. During the search operations, unexplained cash amounting to Rs. 47… pic.twitter.com/dn9DNAyl0F
— ED (@dir_ed) December 4, 2024
एफआईआर में बताया गया है कि जालसाजों ने 5000 से अधिक भारतीय बैंक खातों के माध्यम से पैसे निकाले और बाद में इसे संयुक्त अरब अमीरात स्थित भुगतान प्लेटफॉर्म “पीवाईवाईपीएल” पर अपलोड कर दिया। साइबर धोखाधड़ी के पैसे का एक हिस्सा मास्टर/वीज़ा इंडियन बैंक एटीएम कार्ड के माध्यम से दुबई में नकद में निकाला गया था। ईडी ने सैकड़ों बैंक खातों में डेबिट/क्रेडिट लेनदेन और क्रिप्टो करेंसी की खरीद का विवरण देने वाले 2000 से अधिक दस्तावेज़ बरामद किए गए हैं।
झुंझुनूं के जखोड़ा में भी हुई थी कार्रवाई
प्रवर्तन निदेशालय की टीम 28 नवम्बर को झुंझुनू के जखोड़ा गांव में भी इस मामले में कार्रवाई के लिए पहुंची थी। ईडी टीम ने जखोड़ा के जितेन्द्र कस्वां के घर पर यह कार्रवाई की थी। ईडी के अधिकारी 28 नवम्बर को देर रात 2:30 बजे दो टैक्सियों से जखोड़ा पहुंचे थे, जहां गांव के बाहर देवनारायण मन्दिर के पास उन्होंने लगभग 2:30 घंटे तक इंतजार किया, उसके बाद सुबह 5 बजे वे जितेन्द्र कस्वां के घर पर तलाशी के लिए दाखिल हुए। सुबह 5 बजे शुरू हुई यह कार्रवाई लगभग 17 घंटे तक जारी रही। इस दौरान ईडी टीम के साथ आए सीआरपीएफ के जवानों ने जितेन्द्र कस्वां के घर की ओर आने वाले रास्ते को दोनों तरफ से बन्द कर दिया था। यहां तक कि छत पर और घर के मुख्य दरवाजे के बाहर भी सीआरपीएफ के जवान तैनात थे। कार्रवाई के दौरान किसी को भी घर पर नहीं आने दिया गया था।