बडगाम, जम्मू-कश्मीर: जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में शुक्रवार को एक बड़ा हादसा हुआ, जिसमें बीएसएफ जवानों को लेकर जा रही एक बस खाई में गिर गई। इस दर्दनाक हादसे में तीन जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी, जबकि दो दर्जन से अधिक जवान घायल हो गए। यह घटना ब्रेल वॉटरहेल इलाके में हुई, जहां बस फिसलने के बाद गहरी खाई में जा गिरी।
हादसे का विवरण
बीएसएफ के अधिकारियों के अनुसार, दुर्घटना के समय बस में 36 जवान सवार थे। सड़क पर फिसलन के कारण बस नियंत्रण खो बैठी और खाई में जा गिरी। हादसे की खबर मिलते ही स्थानीय लोग और राहत दल तुरंत मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया। बीएसएफ के तीन जवानों के बलिदान की पुष्टि की गई है, जबकि अन्य जवानों को गंभीर चोटें आई हैं।
घायल जवानों का उपचार
सभी घायल जवानों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज किया जा रहा है। राहत और बचाव कार्य में जुटी पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, बस सड़क की खराब स्थिति और मौसम के कारण फिसल गई थी, जिससे यह हादसा हुआ।
बिलावर में भी सेना की गाड़ी खाई में गिरी, एक जवान का बलिदान
इस हादसे के कुछ ही घंटे बाद जम्मू-कश्मीर के बिलावर में भी एक और दुखद घटना सामने आई, जहां सेना की एक गाड़ी खाई में गिर गई। यह गाड़ी पठानकोट से मशेडी की ओर जा रही थी, जब सुकराला देवी के गुरु आश्रम के पास 200 फीट गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में एक जवान का बलिदान हो गया और छह जवान गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों की पहचान
इस हादसे में घायल जवानों की पहचान 35 वर्षीय अनिल सिंह पुत्र मनवीर सिंह निवासी उत्तराखंड, 34 वर्षीय पप्पू यादव पुत्र राम आशीष निवासी उत्तर प्रदेश, 30 वर्षीय भूपेंद्र सिंह पुत्र जगत सिंह निवासी उत्तराखंड, 45 वर्षीय महिपाल सिंह पुत्र पुष्कर सिंह निवासी उत्तराखंड, 37 वर्षीय सुंदर पांडे पुत्र रामास्वामी निवासी तमिलनाडु, और 26 वर्षीय लोकेंद्र सिंह पुत्र मेहताब सिंह निवासी उत्तराखंड के रूप में हुई है। जबकि बलिदानी जवान की पहचान सिपाही रामकिशोर के रूप में हुई है।
बचाव कार्य में हेलीकॉप्टर की मदद
घटना स्थल पर राहत और बचाव कार्य तेजी से किया गया, जिसमें कड़ी मशक्कत के बाद घायलों को बाहर निकाला गया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें हेलीकॉप्टर के माध्यम से मिलिट्री अस्पताल पठानकोट में शिफ्ट किया गया। हादसे की जानकारी मिलते ही सेना ने तीन एंबुलेंस को तुरंत घटनास्थल पर भेजा और समय रहते घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।